पहाड़ों पर लगातार बारिश के कारण बिजनौर और नरौरा बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है जिसमें बाढ़ से पहले और बाढ़ के दौरान सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई है। लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारी करने की सलाह दी गई है।
बदायूं। पहाड़ों में हो रही लगातार वर्षा से बिजनौर बैराज से एक लाख 74 हजार 339 क्यूसेक एवं नरौरा बैराज से एक लाख 44 हजार 810 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की जानकारी जिला प्रशासन को मिली है। इसके चलते जिला प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है।
एडीएम एफआर वैभव शर्मा ने बताया कि अन्य बैराजों से भी पानी अधिक मात्रा में छोड़ा जा रहा हैं। जिससे गंगा नदी एवं रामगंगा नदी में अधिक मात्रा में पानी छोड़ने के कारण दोनों नदियों में जलस्तर में वृद्धि हो रही है। जिससे तहसील क्षेत्र के ग्रामों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की पूरी संभावना है। बाढ़ आपदा के समय कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम बदायूं के दूरभाष नंबर 05832-266052, मो.7505389289 व 7505395940 पर संपर्क करें।
जरूरी सामान को रखें सुरक्षित
एडीएम एफआर ने बताया कि इसके दृष्टिगत बाढ़ से बचाव के संबंध में बताया कि बाढ़ से पहले ऊंचे स्थानों को पहले से चिन्हित करें, जरूरी कागज जैसे, राशन कार्ड, पासबुक, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड इत्यादि को वाटरप्रुफ बैग में इकट्ठा रखें।
- आवश्यकतानुसार खाद्य सामग्री जैसे बिस्कुट, लाई, भुना चना, गुड़, चूड़ा, नमक, चीनी, सत्तू इत्यादि एकत्र करें।
- बीमारी से बचाव के लिए क्लोरीन, ओआरएस, तथा आवश्यक दवाईयां, प्राथमिक उपचार किट में रखें।
- सूखे अनाज व मवेशियों के चारे को किसी ऊंचे स्थान पर सुरक्षित रखें।
- बाल्टी, छाता, तिरपाल, रस्सी, हवा से भरी ट्यूब, मोबाईल व चार्जर, बैटरी चलित रेडियो, टॉर्च, इमरजेंसी लाइट, माचिस इत्यादि पहले से तैयार रखें, पशुओं में होने
- वाली बीमारी की रोकथाम के लिए पशुओं का समय से टीकाकरण कराएं।
- एडीएम ने बताया कि बाढ़ के दौरान बाढ़ की चेतावनी मिलते ही गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगजनों एवं बीमार व्यक्त्यिं को तुरन्त, सुरक्षित स्थानों पर पंहुचाएं।
- घर छोड़ने से पूर्व बिजली का मुख्य स्विच व गैस रेगुलेटर सिलेडर से बंद करें एवं शौचालय सीट को बालू से भरी बोरी से भरें।
- बाढ़ में डूबे हैंडपंप के पानी का सेवन न करें। उबला हुआ या क्लोरीन युक्त पानी का उपयोग करें।
- बाढ़ के पानी के संपर्क में आयी खाद्य सामग्री का सेवन न करें।
- गर्भवती महिलाओं का आशा एवं एएनएम की मदद से सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था करें।
- बिजली के तार एवं ट्रांसफार्मर से दूर रहें। डंडे से पानी की गहराई की जांच करें, गहाराई पता न होने पर उसे पार करने की कोशिश न करें। क्षमता से अधिक लोग नाव पर न बैठें।
- विषैले प्राणियों जैसे सांप, बिच्छू, आदि से सतर्क रहें एवं इनके संपर्क में आए व्यक्तियों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर तत्काल ले जाएं। बच्चों को बाढ़ के पानी में न खेलने दें।