अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। 10वीं मोहर्रम के दिन आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज की ओर से सट्टी बाजार स्थित जिला कार्यालय में हुसैनी लंगर का आयोजन किया गया। इस मौके पर खास तौर पर मौजूद संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने माह ए मोहर्रम के बारे में बताया कि आज से लगभग चौदह सौ साल पहले 680 ईसवी को इराक की राजधानी बगदाद से लगभग 100 किलोमीटर दूर रेगिस्तान की तपती धरती कर्बला के मैदान में पैगंबर-ए-इस्लाम के नवासे हजरत इमाम हुसैन समेत 72 साथियों को तीन दिन का भूखा प्यासा रख बेरहमी से शहीद कर दिया गया था। हजरत इमाम हुसैन ने अपने घरवालों व साथियों के साथ जिस तरह यजीदी फौज से लोहा लिया, वह पूरी दुनिया के लिए एक अनूठी मिसाल है। आपने अपने मजहब और अपने लोगों की हिफाजत करने व हिंसात्मक सोच को पराजित करने वालों के लिए एक मिसाल कायम कर दी।
इस अवसर पर महमूद चौधरी राईन, जिला अध्यक्ष नसरुद्दीन अंसारी शकील राइन दिलशाद राइन सिराज मुस्लिम जोगी जिला उपाध्यक्ष खुर्शीद अहमद अंसारी इस्माइल राइन रिजवान राइन जुबेर सलमानी नईम सिद्दीकी इकबाल अंसारी दानिश अंसारी हाजी अहमद राइन जावेद राइन निसार राइन इमरान राईन माजिद राइन सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।