अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। रंगपंचमी पर होली मिलन कार्यक्रम का नीमा ललितपुर द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय रहे। अध्यक्षता डा.एस.पी.पाठक ने व संचालन डा.दीपक चौबे ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीओ सदर ने कहा भारतीय चिकित्सा पद्धति सबसे प्राचीन है। अंग्रेजों के शासन के द्वारा हमारे गुरुकुल व विश्वविद्यालयों को नष्ट किया गया इसके कारण हमारी प्राचीन विज्ञान व धर्म सर्वश्रेष्ठ है। इस पर रिसर्च की आवश्यकता है। उन्होंने कहा केवल गुरु दीक्षा में सुश्रुत द्वारा सुश्रुत संहिता का संकलन किया गया। वहीं चरक संहिता का चरक ने संकलन किया। उन्होंने बताएं आयुर्वेद के अनुसार पृथ्वी पर पाए जाने वाले वृक्ष हमारे लिए बहुत ही उपयोगी हैं। औषधि कारक है। कोरोना काल में लोग पीपल के वृक्ष के नीचे सोने से उन्हें ऑक्सीजन की कमी नहीं पड़ी। उन्होंने कहा कैंसर सेल्स कैंसर सेल्स की रिसर्च पर जापान के साइंटिस्ट को नोबेल पुरस्कार दिया गया। 15 दिन में एक 1 दिन उपवास करने पर शरीर में कैंसर सेल नष्ट हो जाती हैं, जबकि इस शोध को हमारे लिए ऋषि-मुनियों ने हजारों साल पहले बता दिया था कि एकादशी का व्रत करने बताया गया है। होली मिलन के कार्यक्रम के अवसर पर उन्होंने हास्य व्यंग में एक कविता भी गई शंकर के सिर पर मूनलाइट है। एकदम बिल्कुल व्हाइट है जिसको सुनकर सभी हंसने लगे। कार्यक्रम में महिला थाना इंस्पेक्टर मिथलेश, डा.एमएस तोमर, डा.राजेश शर्मा, डा.अमिताभ पाराशर, डा.आर.सी.साहू, डा.रामगोपाल साहू, डा.राजेंद्र साहू, डा.राहुल झा, डा.सुदीप श्रीवास्तव, डा.अरविंद झा, डा.राकेश सिंघई, डा.हेमंत नायक, डा.विवेक सक्सेना, डा.अनूप श्रीवास्तव, डा.शीलचंद राजपूत, डा.स्वामी प्रसाद लोधी, डा.उमेश गुप्ता, डा.अवनी कड़ंकी आदि सम्मिलित रहे।