कुबेरेश्वर महादेव के अभिषेक के बाद शुरू हुआ राम मन्दिर की काउनडाउन

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शिलान्यास के बाद शुरू होगा मन्दिर का निर्माण , मोदी करेंगे भूमिपूजन

कोरोना लाकडाउन ने निर्माण शुरू होने में डाली बाधा

राजेंद्र दूबे
अयोध्या ! जन्मभूमि परिसर के कुबेर टीला पर स्थापित कुबेरेश्वर महादेव के शिवलिंग के अभिषेक के बाद अनौपचारिक रूप से राम मन्दिर निर्माण शुरू होने की हरी झंडी मिल गयी है , वैसे पीएम मोदी के द्वारा शिलान्यास के बाद ही निर्माण विधिवत शुरू होगा , जिसके लियेजुलाई के पहले पखवारा तक इन्तजार करना पड़ेगा !माना जा रहा था कि कुबरेश्वर महादेव के अभिषेक के बाद राम मन्दिर निर्माण का ऐलान कर दिया जायेगा पर ऐसा कुछ नहीं हुआ व निराशा हाथ लगी ! अभिषेक राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमलनयन दास ने किया एलएण्डटी कम्पनी के विशेषज्ञ जन्मभूमि परिसर में डेरा डाल चुके है व समतलीकरण का 90 फीसदी कार्य कराया जा चुका है उधर दिल्ली में ट्रस्ट की हफ्ता भीतर तीन बैठक हो चुकी है पर कोई पत्ता खोलने को तैयार नहीं है !
लोगों का मानना है कि कोरोना लाकडाउन के कारण राम मन्दिर निर्माण में देरी हो रही है , लाकअप के बाद राम मन्दिर निर्माण की गतिविधियां अचानक तेज हो गई है !कमलनयन दास का कहना है कि ट्रस्ट अध्यक्ष पीएमओ व सीएम योगी से सम्पर्क बनाये है पीएम  मोदी से शिलान्यास तय करने के लिये तिथि तय करने का अनुरोध किया गया है !माना जा रहा है कि अयोध्या में विहिप माडल पर ही राममन्दिर का निर्माण कराया जायेगा !मन्दिर निर्माण के लिये 60 फीसदी शिला तराशी जा चुकी है राजस्थान सरकार ने लाल पत्थर आपूर्ति पर रोक लगा रखा है ! वैसे मन्दिर की चौखट व कयी हिस्से सफेद संगमरमर पत्थर से बनाये जायेंगे ! लाल पत्थर ना मिला तो शेष शिला सफेद पत्थर की तराशी जायेंगी, अर्थात मन्दिर का ऊपरी भाग सफेद पत्थर का होगा !राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास  के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास राम जन्मभूमि परिसर में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जा रहा है. यह पहला मौका है जब 28 वर्षों बाद राम जन्मभूमि परिसर में किसी तरह का धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा है. दरअसल, राम मंदिर निर्माण में किसी भी तरह की और बाधा आगे उत्पन्न न हो और निर्माण कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे. इसी को लेकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जा रहा है.
यह अनुष्ठान राम जन्मभूमि  परिसर के कुबेर टीले पर स्थित भगवान शशांक शेखर के मंदिर पर किया जा रहा है. हालांकि, यह मंदिर बहुत पुराना बताया जाता है और मौजूदा समय में अत्यधिक जीर्णशीर्ण अवस्था में है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास शास्त्री कुछ साधु-संतों के साथ आराधना अनुष्ठान और रुद्राभिषेक कर रहे हैं. इस दौरान राम जन्म भूमि ट्रस्ट के सदस्यों को आमंत्रित नहीं किया गया है. इसलिए इसे राम मंदिर निर्माण के पहले श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा पूजन अनुष्ठान नहीं कहा जा सकता, बल्कि गर्भगृह से अस्थाई मंदिर में आने के बाद राम जन्मभूमि परिसर में जो पूजन अनुष्ठान चल रहे थे. इसे उसी की कड़ी में एक माना जाना चाहिए. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास सुबह 8 बजे राम जन्मभूमि परिसर में गए और इस दौरान  11 लीटर काली गाय के दूध से भगवान शिव का अभिषेक किया जा रहा है. इसका उद्देश्य मंदिर निर्माण की बाधाओं को समाप्त करने तथा राम मंदिर निर्माण के कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य किया जा रहा है. महंत कमल नयन दास ने कही ये बातरुद्राभिषेक के लिए जाते समय श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि हम रामलला के दर्शन करने के लिए गए थे. कुबेर टीला पर भगवान शिव जी दिखाई पड़े. पुराना मंदिर जीर्णशीर्ण अवस्था में गिरा हुआ है. हमारी इच्छा हुई भगवान शिव जी का अभिषेक किया जाए. उन्होंने कहा कि भगवान शिव की आराधना के बिना और उनको प्रसन्न किए बिना इच्छित फल की प्राप्त नहीं होती. करोड़ों तप और पूजा की जाए लेकिन जब तक भगवान शिवजी की आराधना नहीं की जाती है, तब तक फल की प्राप्ति नहीं होती. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि अभी समय निश्चित नहीं हुआ है. शीघ्र ही समय निश्चित होगा और उन्हें शिलान्यास के लिए आमंत्रित किया जाएगा

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