अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। विश्व मलेरिया दिवस पर सीएमओ सभागार में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद ने बताया कि ठंड के साथ बुखार आना, उल्टी जैसा लगना या उल्टी होना, शरीर में ऐंठन व दर्द, सर दर्द, चक्कर आना, थोडी देर में पसीने के साथ बुखार का उतर जाना, मलेरिया के लक्षण होते हैं। मच्छरों पर नियंत्रण करके मलेरिया से बचा जा सकता है। डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हैल्थ स्पेषिलिस्ट डा.सौरभ सक्सेना द्वारा मलेरिया से बचाव के बारे में बताया गया कि हमे सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करना चाहिये, घर के आस-पास जलभराव नही होने देना चाहिए, पानी की टंकी एवं पानी जमा करने बर्तनों को ढक कर रखा जाना चाहिए। उन्होनें हर रविवार मच्छर पर वार, लार्वा पर प्रहार नारे के बारे में बताते हुये कहा कि सप्ताह के एक दिन फ्रिज, कूलर का पानी बदल देना चाहिये। मच्छर के लक्षण दिखने पर निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में मलेरिया की जांच आवश्यक कराना चाहिए तथा मलेरिया के निदान के लिये चिकित्सक की सलाह पर दवा का पूरा कोर्स लेना चाहिए, बिना चिकित्सक के परामर्श के दवा बंद नही करनी चाहिए। जिला सर्विलांस अधिकारी डा.रामनरेश सोनी ने मलेरिया से बचाव हेतु सभी उपस्थित लोगो को शपथ दिलायी गयी। बताया कि मलेरिया की बीमारी संक्रमित एनोफिलीज मच्छरों के काटने से फेलती है। संक्रमित मच्छरों में प्लाज्मोडियम परजीवी होते है जो मच्छर के काटने पर खून में मिलकर मलेरिया रोग फेलाते है। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय के विभिन्न अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें।