अवधनामा संवाददाता
महिलायें अपने स्वास्थ्य के प्रति रहे सजग- नाजनीन बानो
बाराबंकी। सरवाइकल कैंसर उन्मूलन दिवस के अवसर पर जिला महिला चिकित्सालय में सरवाईकल कैंसर के प्रति जागरूकता विषयक शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में श्रीमती नाजनीन बानो अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सचिव ने सरवाईकल कैंसर के बारे में जागरूक करते हुये बताया गया कि बच्चेदानी के मुंह का कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर में दूसरे स्थान पर आता है। यह न केवल रोका जा सकता है अपितु इसे बहुत जल्दी पकड़ा जा सकता है और समय पर पकड़ा जाए तो इसका पूर्णतः इलाज भी संभव है। बच्चे दानी से गंदें पानी का रिसाव, माहवारी का अनियमित होना, संभोग के समय खून आना, कमर या पैर में अधिक दर्द होना या पेशाब में रूकावट इसके प्रारंभिक लक्षण हैं। महिलायें अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे, समय से भोजन करें, व्यायाम करें व प्रसन्न रहे और हंसते खेलते, मुस्कुराते हुए अपने परिवार के साथ आनंदित जीवन व्यतीत करें। प्रदीप कुमार मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि अधिक बच्चे होना या कई पुरूषों से यौन संबंध, गुप्तांगों की सफाई में कमी या एड्स इसके खतरे को बढ़ा देते हैं, पर खुशखबरी यह है कि इसके बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है जो 9 साल की उम्र से लेकर 45 वर्ष तक की महिलाओं को दी जानी चाहिए।
डॉ0 अरूना सिंह, जिला महिला चिकित्सालय द्वारा सरवाईकल कैंसर के बारे में बताया गया कि यदि कैंसर दूसरी स्टेज से ऊपर है तो रेडियोथेरेपी के साथ कीमोथेरेपी के प्रयोग से इस पर विजय पाई जा सकती है। एडवांस स्टेज में भी रोगी के लक्षणों को काबू किया जा सकता है और उम्र बढ़ा पाना संभव है। रेडियो थैरेपी में किरणों द्वारा बिना किसी दर्द के मिनटों में इसका इलाज किया जाता है। टेलीथेरेपी और ब्रेकीथेरेपी दोनों के प्रयोग से महिला पूरी तरह स्वस्थ होकर सुखमय जीवन व्यतीत कर सकती है। नियमित जांच करवाएं, वैक्सीन लगवाएं, कोई कैंसर का लक्षण हो तो उसे अनदेखा न करें। कैंसर स्पेशलिस्ट से तुरंत इलाज करवाएं।
इस अवसर पर डॉ0 एसपी तिवारी, हास्पिटल मैनेजर, डॉ0 अरूना सिंह चिकित्सक, जिला महिला चिकित्सालय में आने वाली महिलायें एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से कनिष्ठ लिपिक मो0 सलमान उपस्थित रहे।05