असम विधानसभा का शरदकालीन सत्र गुरुवार से शुरू हो गया और यह सत्र 30 अगस्त तक चलेगा। आज पहले दिन सदन में पिछले कुछ दिनों में दिवंगत प्रमुख लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। सदन में दो मिनट का मौन रखा गया।प्रश्नकाल कोे स्थगित करने के प्रस्ताव को खारिज होने के बाद विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के सामने प्रदर्शन किया और वाकआउट करगये।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों के पूरक प्रश्नों का उत्तर मुख्यमंत्री डॉ हेमंत बिस्व सरमा तथा अन्य विभागीय मंत्रियों ने दिया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गृह विभाग तथा चाय जनजाति से संबंधित पूरक प्रश्नों के भी उत्तर दिए। इस दौरान एआईयूडीएफ के विधायक अमीनुल इस्लाम ने मुस्लिमों के साथ जमीन की खरीद बिक्री से संबंधित मुद्दे को लेकर सभा स्थगन प्रस्ताव लाये। वहीं, अखिल गोगोई ने शिवसागर विवाद को लेकर सभा स्थगन प्रस्ताव रखा। इनके अलावा विपक्ष के नेता देवब्रत सैकिया ने स्मार्ट मीटर को लेकर सभा स्थगन कर चर्चा कराने की मांग की।
इन प्रश्नाें के जवाब में संसदीय कार्यमंत्री पीयूष हजारिका ने सभा स्थगन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता की जगह शरीयत कानून को मानने वाले अमीनुल इस्लाम को जमीन की खरीद बिक्री के सिलसिले में अलग नियम मंजूर नहीं होगा। यह कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि अमीनुल इस्लाम को इस मुद्दे पर भी एक ही स्थिति रखनी चाहिए।
मंत्री हजारिका ने अखिल गोगोई की मांग को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह मुद्दा निपट चुका है। इनके अलावा स्मार्ट मीटर को लेकर चर्चा की बात पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी 126 विधायकों के आवास पर दोनों ही मीटर लगाकर एक माह का बिल देख लिया जाए। उसके बाद इस पर आगे की चर्चा होगी। उन्होंने तीनों मुद्दों को लेकर सरकार की स्थिति स्पष्ट की। प्रस्ताव खारिज होने से नाराज़ कांग्रेस और एआईयूडीएफ के सदस्यों ने कुछ समय तक प्ले कार्ड लेकर अध्यक्ष के आसन के समक्ष प्रदर्शन किया और फिर सदन से वाकआउट कर गये।