नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया सरकार के स्किल एंड ट्रेनिंग मिनिस्टर माननीय ब्रेंडन ओ’कॉनर ने सरकारी आईटीआई पूसा, नई दिल्ली के दौरे पर वरिष्ठ अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी, एमएसडीई की डायरेक्टर जनरल (ट्रेनिंग) सुश्री त्रिशालजीत सेठी और कमिश्नर-कम-सेक्रेटरी सुश्री आर एलिस वाज़ ने डायरेक्टरेट ऑफ़ ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन (डीटीटीई), दिल्ली के डायरेक्टर श्री भूपेश चौधरी के साथ इस प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया।
संस्थान के दौरे के दौरान सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों के साथ मंत्रालय और प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) के वरिष्ठतम अधिकारी भी थे। प्रतिनिधिमंडल ने छात्रों के साथ बातचीत की और अच्छे ट्रेनिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और हाइ-एंड इक्विपमेन्ट्स का निरीक्षण करने के लिए कैम्पस का दौरा किया।
पिछले कुछ वर्षों में, आईटीआई पूसा ने मैन्युफैक्चरिंग और मेन्टीनेन्स सेक्टर्स से कन्वेशनल ट्रेडों के साथ-साथ सर्विस ट्रेडों को शामिल करते हुए उद्योगों की बदलती जरूरतों को तेजी से अनुकूल बनाया है। पुराने ट्रेडों को धीरे-धीरे समाप्त करके और सोलर टेक्नीशियन (इलेक्ट्रिकल), मैकेनिक इलेक्ट्रिक व्हीकल इत्यादि जैसे उद्योग 4.0 ट्रेडों को शुरू करके और उन्नत सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक लैबों की स्थापना करके, यह संस्थान दिल्ली में कौशल विकास के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन गया है।
प्रिंसिपल श्री विजय कुमार के समर्पण और सक्रिय अप्रोच ने प्रशिक्षकों की एक समर्पित टीम को बढ़ावा दिया है। इस टीम के प्रयासों से काफी हाइ प्लेसमेंट रेट और उद्यमिता के लिए अच्छा मार्गदर्शन मिला है, जिससे सरकारी आईटीआई पूसा एक प्रमुख संस्थान के रूप में स्थापित हो गया है।
संस्थान में पूरी टीम के अनुकरणीय कार्य की सराहना करते हुए, एमएसडीई के श्री सचिव अतुल कुमार तिवारी ने कहा, “भारत में आईटीआई, कौशल विकास में सबसे आगे हैं और युवाओं को अत्याधुनिक क्षमताओं से लैस करने के लिए नई तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। आइओटी, एआई, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन जैसी उन्नत टेक्नोलॉजी पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों को शामिल करके, आईटीआई यह सुनिश्चित करते हैं कि छात्र माडर्न उद्योगों की मांगों के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। विशेष रूप से, आईटीआई पूसा एक चमकते हुए उदाहरण के रूप में सामने आया है, जो आत्मनिर्भर भारत के विज़न को प्राप्त करने और 2047 के लिए भारत के लक्ष्यों की दिशा में काम करने में एक बेजोड़ भूमिका निभा रहा है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि ऑस्ट्रेलिया के माननीय स्किल एंड ट्रेनिंग मिनिस्टर, की हालिया यात्रा ने और उनके प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें भारत में आईटीआई स्किलिंग के व्यापक प्रभाव और दायरे की गहन समझ प्रदान की है ”।
ऑस्ट्रेलिया के मिनिस्टर की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और ऑस्ट्रेलिया एक ठोस शिक्षा और कौशल विकास साझेदारी बनाने पर विचार कर रहे हैं, जिससे दोनों देशों के लिए कुशल और आत्मनिर्भर कार्यबल के निर्माण के साझा लक्ष्य को बढ़ावा मिल सके। उल्लेखनीय है कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कौशल विकास क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के साथ गहन सहयोग की मांग करते हुए कहा था कि ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी से न केवल दोनों देशों के लोगों को बल्कि दुनिया को भी लाभ मिलता है। उन्होंने नौकरियों के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने वाले भारतीय कार्यबल के लिए विश्व स्तरीय कौशल सुनिश्चित करने में सहायता का भी आश्वासन दिया है।