चंबल, सिंध और कुंवारी नदी उफान पर, तीनों के पानी से यमुना ने धरा रौद्र रूप
पांच पवित्र नदियों यमुना, चंबल, सिंध, पहूज और कुंवारी के पवित्र महासंगम पंचनद धाम तीर्थ क्षेत्र में चंबल, सिंध और कुंवारी नदियां उफान पर आ गई हैं। इन नदियाें में आए उफान व पानी बढ़ने से आई बाढ़ से यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है और बाढ़ की स्थिति दिखाई दे रही है। नदियाें के रौद्र रूप धारण कर लेने से तट के किनारे बसे ग्रामों और नीचले हिस्साें की ओर अब पानी ने रूख कर लिया है, जिससे लोगों में भय और चिंता की स्थिति
देखी जा रही है। चम्बल क्षेत्र के तीन जनपदाें में प्रशासन अलर्ट माेड में आ गया है।
उल्लेखनीय है कि विगत दाे वर्ष पूर्व चम्बल से सटे औरैया जनपद के इलाकाें में यमुना नदी का जो रौद्र रूप तटवर्ती लोगों ने देखा था वह काफी परेशानी भरा था।
उस वक्त संपूर्ण क्षेत्र के तटवर्ती ग्रामों में भयानक स्थिति पैदा हो गई थी। जिससे लोगों को विस्थापित होना पड़ा था और करोड़ों रुपये की फसलों के साथ-साथ मकानों का काफी नुकसान पहुंचा था। उसी को दृष्टिगत रखते हुए क्षेत्र में एक बार पुनः लोगों में इन दिनाें दहशत फैली हुई है। सचेत एप और आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार चम्बल नदी में 26000 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो आज शाम (शनिवार) तक बढ़ेगा। चंबल नदी का जलस्तर फिलहाल कम होने की संभावना है और इससे बाढ़ का खतरा कम हो सकता है। फिर भी तीनों जनपदों विशेष रूप से औरैया, इटावा और जालौन के प्रशासन बाढ़ के खतरे काे
देखते हुए अलर्ट माेड में हैं। बाढ़ से निपटने के लिए अधिकारियाें ने सभी चाक-चौबंद व्यवस्था कर ली गई है और नदी के तटवर्ती इलाकाें में लाेगाें काे सतर्क कर
दिया गया है।
बाढ़ प्रबंधन में लगे अधिकारियाें ने अपने-अपने क्षेत्र में लाेगाें काे किसी भी स्थिति में वहां से निकालने के प्रबंधन किए हैं। स्थानीय अधिकारियाें काे कहना है कि
कहीं और किसी नदी का पानी युमना में आता है ताे औरैया क्षेत्र में भयावह स्थिति बन सकती है। इसलिए लोगों को जानकारी और चेतावनी समय-समय पर दी जा रही है। फिलहाल स्थिति काबू में है।
वहीं जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश से आने वाली हमीरपुर जनपद में बेतवा नदी उफान पर चल रही है जिससे यमुना नदी का पानी का बेतवा नदी के बढ़े पानी की रोक के कारण यमुना नदी का जलस्तर और अधिक तीव्र गति से बढ़ रहा है। इसके चलते यमुना नदी तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों में भय और दहशत देखी जा रही है। औरैया प्रशासन लगातार यमुना नदी के जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं। अजीतमल एसडीएम ने बताया कि यमुना के आसपास तटवर्ती इलाके में
रहने वाले ग्रामीणाें काे अलर्ट रहने के निर्देश करते हुए अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।