अवधनामा संवाददाता
सुल्तानपुर। हलियापुर पुलिस की चाल आखिर फेल हो गई है। महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने राज्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद मुकदमा दर्ज किया। फिर पुलिस गिरफ्तारी में आनाकानी करती रहती। लेकिन जब दबाव बढ़ा तो आज पुलिस ने सगे भतीजे द्वारा बुआ की हत्या करने के मामले में पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बताते चले कि हलियापुर थाना के स्थानीय कस्बे के निवासी संतोष सिंह ने दस अप्रैल को थाने में तहरीर दी कि दो अप्रैल को वह अपनी बीमार पत्नी विजयलक्ष्मी के लिए बाजार से दवा लाने गया था। वो अपने साले के लड़के अंकुर पुत्र ध्रुव सिंह निवासी अंजरौली थाना खंडासा जिला अयोध्या को पत्नी की देखभाल के लिए घर छोड़ गया था। जब दोपहर लगभग दो बजे घर आया तो देखा पत्नी लुहुलुहान बेहोश पड़ी थी। उसके गले से सोने की चैन व एक कान का झुमका गायब था। परिवार वाले लखनऊ में इलाज करा रहे थे जहां ग्यारह अप्रैल को विजयलक्ष्मी की मृत्यु हो गई थी। शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो उसके सिर में भी तीन चोटो का उल्लेख है। इस मामले में संतोष ने प्राथमिकी न दर्ज होने पर चौदह अप्रैल को थाना पर पुनः अंकुर के खिलाफ नामजद प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन पुलिस जांच का हवाला देकर एफआईआर दर्ज करने को टालती रही। जब 23 अप्रैल को राज्यमंत्री मयंकेशवर शरण सिंह ने उच्च अधिकारी को अवगत कराया और केस दर्ज करने के निर्देश दिए तब 24 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। शनिवार सुबह थानाध्यक्ष अजय द्विवेदी ने संगम ढाबा के आगे खंडासा मोड़ से सुबह 5 बजे मुखबिर की सूचना पर अंकुर को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर सिर पर चोट पहुंचाई गई ईंट को घर के पास स्थित बाग से ब ामद किया है। पुलिस ने अभियुक्त को जेल भेज दिया है।