अवधनामा संवाददाता
06 कान्ट्रेक्ट किये जा चुके हैं आवंटित
प्रयागराज : आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया को गति देने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे में ई –ऑक्शन प्रक्रिया का उद्दघाटन किया गया | रेलवे में अब कॉमर्शियल प्रॉप्रटीज की नीलामी की बोली ऑनलाइन लगेगी। इसके लिए रेलवे ने ई –ऑक्शन की व्यवस्था शुरू की है। रेलवे ने यह फैसला किया है कि वह छोटे उद्यमियों और स्टार्टअप को प्रोत्साहन देगी। रेलवे करेगा अब ऑनलाइन कॉमर्शियल प्रॉप्रटीज की नीलामी तथा रेलवे के ई-टेंडर पोर्टल पर होगी नीलामी |ई –ऑक्शन के जरिये क्रेताओं को आमंत्रित करने का दायरा भी बढ़ जायेगा| इसी क्रम में मंडल द्वारा अभी हाल ही में अपने 539 प्रकार की संपत्तियों में से कुल 406 आय स्रोत संपत्ति को सार्वजनिक डोमेन में ई-ऑक्शन हेतु खोल दिया गया है | इस योजना का उद्देश्य नॉन फेयर रेवेन्यू निविदाओं की प्रक्रिया को सरल बनाना है।अवगत कराया जाता है कि जहाँ एक नियमित निविदा प्रक्रिया में अनुमोदन, निविदा अधिसूचना के प्रकाशन से लेकर अनुबंध की अंतिम प्रक्रिया तक पूरा होने में लगभग 2-4 महीने लगते हैं। वहीँ ई-नीलामी मॉडल के माध्यम से, इस पूरी प्रक्रिया को एक ऑनलाइन नीलामी पोर्टल में परिवर्तित कर दिया गया है और इसे एक ही दिन में किया जा सकता है। इस प्रक्रिया से पूर्व पार्किंग स्थल के ठेके, पे एंड यूज़ टॉयलेट, रेलवे स्टेशनों पर विज्ञापन / प्रचार, ट्रेनों में पार्सल स्पेस लीजिंग, रेलवे भूमि पर एटीएम जैसे ठेकों के आबंटन प्रक्रिया में 2 से 4 महीने के समय के साथ-साथ उक्त अवधि में राजस्व का नुक्सान भी होता था, जो कि अब मात्र एक दिन में ही पूर्ण कर लिया जाता है | इस योजना के माध्यम से सभी को ई-नीलामी मॉडल में एकीकृत किया गया है। निकट भविष्य में खानपान के स्टॉल और अन्य अनुबंध भी शामिल किए जाएंगे। इस नीलामी मॉडल के मुख्य लाभ तेज और कुशल अनुबंध हैं, पूर्ण पारदर्शिता है क्योंकि उच्चतम बोली लगाने वाले को कंप्यूटरीकृत आवंटन, कागजी प्रक्रिया में कमीं कम कार्य, कहीं से भी अखिल भारतीय नीलामी में भाग लेने का अवसर है। यह मॉडल मिनिमम गवर्नमेंट –मैक्सिमम गवर्नेंस का प्रतीक है और डिजिटल इंडिया के माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण की दिशा में एक बड़ा कदम है। ये नीलामियां आईआरईपीएस वेबसाइट पर दिखाई देती है | जिसमें कोई भी पर पंजीकृत इच्छुक निविदाकर्ता बोली लगाकर ऑक्शन प्रक्रिया में भाग ले सकता है।
इस पहल का वास्तविक लक्ष्य इन व्यावसायिक अवसरों को अधिक संख्या में बड़े और छोटे उद्यमियों तक ले जाना, उन्हें निष्पक्ष, पारदर्शी और न्यायसंगत तरीके से भारतीय रेलवे का भागीदार बनाना है। प्रक्रिया के सरलीकरण का लाभ उठाते हुए, नए इच्छुक बिडर भी सामने आ रहे हैं, जिससे रेलवे तथा पार्टी दोनों को लाभ हो रहा है
प्रयागराज मंडल द्वारा उक्त योजना का लाभ उठाते हुए वाणिज्य प्रचार के 02 ठेके, , पार्किंग के 01 ठेके तथा पे एंड यूज़ टॉयलेट के 03 ठेके सहित कुल 06 ठेके आबंटित किये गये हैं | इन 06 ठेकों में से 02वाणिज्य प्रचार व पार्किंग का ऐसा ठेका है ,जिनमें इससे पूर्व कभी कोई निविदा प्राप्त नहीं हुयी थी | इस प्रक्रिया के तहत प्रस्ताव जैसे कि वाणिज्य प्रचार के 02 ठेकों से सालाना 19.74 लाख तथा कुल ठेका अवधि में 59.24 लाख , पार्किंग के 01 ठेके से सालाना 1 लाख तथा कुल ठेका अवधि में 3 लाख, पे एंड यूज़ टॉयलेट के 03 ठेके से सालाना 25.70 लाख तथा कुल ठेका अवधि में 77.11 लाख का आय अर्जन संभावित है |
उक्त योजना के क्रियान्वयन वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री विपिन कुमार सिंह के नेतृत्व में संपन्न किया जा रहा है