लखनऊ में अमर शहीद पथ स्थित मेदांता अस्पताल में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ता और उनके परिवार को लूटने का प्रयास हुआ। अस्पताल में कार्यरत डा.महिम सरन और डा.अवनीश सहित अस्पताल के मालिकों के विरुद्ध विहिप कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत की। इस शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत संयुक्त सचिव ने लखनऊ के पुलिस कमिश्नर को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिये हैं।
सुशांत गोल्फ सिटी स्थित सेलेब्रेटी गार्डन टावर जी में रहने वाले विहिप कार्यकर्ता मोहन स्वरुप भारद्वाज ने कहा कि 17 मई को अचानक से वह चक्कर खाकर गिर पड़े और उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। जहां दो चिकित्सकों डा.महिम सरन और डा.अवनीश ने एनिजोग्राफी और कुछ जांचें करवायी और मेरे परिवार के लोगों को हार्ट में दिक्कत होने, हार्ट में छल्ला डालने की बात कही।
विहिप कार्यकर्ता ने कहा कि इसके बाद मेरा परिवार मात्र दो लाख रुपये जुटा पायें, जबकि हार्ट में छल्ला डालने के लिए आठ लाख रुपये की मांग की गयी थी। इसी दौरान विहिप के अध्यक्ष मनोज कुमार वहां आये और उन्होंने मुझे डिस्चार्ज कराकर दूसरे अस्पताल ग्लोब में भर्ती कराया। जहां पर इंजेक्शन और दवाओं से दो घंटे के भीतर मुझे आराम मिल गया। वहां मात्र 125 रुपये में ही सभी उपचार हुआ।
उन्होंने आगे कहा कि मेदांता अस्पताल के प्रति हमारे परिवार के लोगों में रोष था और पूरी तरह से ठीक होने के बाद अस्पताल के विरुद्ध आईजीआरएस के माध्यम से मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत की गयी। जहां संयुक्त सचिव एके ओझा ने पुलिस आयुक्त को एफआईआर करने के लिए मार्क किया है। साथ ही अस्पताल में भर्ती के दौरान कुल खर्च 24 हजार रुपये वापस दिलाने को भी निर्देशित किया है।
वहीं, उक्त प्रकरण पर मेदांता अस्पताल की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है। दोनों चिकित्सकों डा.महिम सरन और डा.अवनीश के बारे में अस्पताल ने कुछ बोलने से इंकार कर दिया है। अस्पताल की ओर से स्पष्ट किया गया है कि मरीजों के उपचार में कोई कमी नहीं होती है। अस्पताल प्रतिदिन हजारों मरीजों की सेवा कर रहा है।