गाजा में युद्ध के कारण हालात गंभीर हैं। बमबारी भोजन की कमी और मदद के अभाव में लोग परेशान हैं। इजरायल कुछ घंटों के लिए टैक्टिकल पॉज दे रहा है पर हमले नहीं रुक रहे। जॉर्डन और यूएई राहत सामग्री पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार गाजा में कई लोग भूखे हैं और कुछ की मौत भी हो चुकी है
गाजा में जारी युद्ध ने वहां के हालात बहुत खराब कर दिए हैं। लगातार बमबारी, खाने-पीने की चीजों की कमी और मदद के अभाव में लोग बुरी तरह परेशान हैं।
इजरायल की ओर से मानवीय सहायता के लिए कुछ घंटों का टैक्टिकल पॉज दिया जा रहा है, लेकिन इस दौरान भी हमले थम नहीं रहे हैं। वहीं, जॉर्डन और संयुक्त अरब अमिरात (UAE) जैसे कुछ देश राहत सामग्री पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
रविवार को जॉर्डन के दो और यूएई के एक विमान ने गाजा के अलग-अलग इलाकों में करीब 25 टन खाद्य और जरूरी राहत सामग्री गिराई। इन राहत प्रयासों का उद्देश्य गाजा में फैली भुखमरी और मौत के खतरे को थोड़ा कम करना है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा की बड़ी आबादी कई दिनों तक खाना नहीं खा पा रही है और कई लोगों की भूख से मौत भी हो चुकी है।
कितने घंटे का मिल रहा टैक्टिकल पॉज
इजरायली सेना ने गाजा सिटी, दैर अल-बलाह और मुवासी इलाकों में हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक 10 घंटे का टैक्टिकल पॉज शुरू किया है, ताकि राहत सामग्री पहुंचाई जा सके।
लेकिन, इन घंटों के दौरान भी हमले हो रहे हैं, जिनमें अब तक कम से कम 38 फलिस्तिनी मारे गए हैं। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, एक महिला और उसके चार बच्चों की मौत गाजा सिटी में एक घर पर हुए हमले में हुई है।
राहत सामग्री लेने के दौरान भी हो रहे हमले
नुसेराक इलाके में 13 लोगों की मौत हुई है, जिनमें चार बच्चे भी शामिल थे। यह हमला गाजा ह्यूमेनिटेरियन फाउंडेन (GHF) के वितरण केंद्र के पास हुआ था। इजरायली सेना ने इस हमले को लेकर जांच की बात कही थी।