समस्याओं निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता बुलाने का आह्वान
ललितपुर। आगामी दस फरवरी से आशा वर्कर्स की मांगों के समर्थन में प्रदेश सरकार के ध्यानाकर्षण के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन से विधानसभा तक मार्च का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में आशा वर्कर्स यूनियन की जिलाध्यक्ष आशा यादव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को संबोधित एक पत्र डिप्टी सीएमओ को सौंपा है। बताया कि पिछले कई वर्ष से उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन अपनी बुनियादी मागों और समस्याओं को विभिन्न तरीकों से उठाकर आपसे समाधान की याचना करती रही है। किंतु बार बार ध्यान आकर्षित करने के बावजूद कोई आशा कर्मियों के प्रश्न को सुनने को भी तैयार नहीं है, उनके ऊपर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है किंतु उनको दिए जाने वाली प्रोत्साहन राशियों का अता पता नहीं रहता। 50 से अधिक काम लिए जाते हैं, उनका कोई भुगतान उन्हें नहीं मिलता। जिन दो चार कायों की प्रोत्साहन राशियां दी भी जाती है उनका निर्धारण वर्षों पूर्व किया गया था, उनके श्रम के सापेक्ष उन दरों कभी कोई पुनर्निर्धारण नहीं किया गया। जातब्य है कि अविष्य निधि, बेड्युटी, किसी तरह की सामाजिक सुरक्षा यहां तक की साप्ताहिक वार्षिक वार्षिक अवकाश तथा एक दिन का भी मातृत्व अवकाश तक नहीं दिया जाता। इन्ही समस्याओं के समाधान के लिए विवश होकर फिर से आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। मांगों को दोहरते हुये उन्होंने मुख्यमंत्री से अपेक्षा की है कि वार्ता बुलाकर इनके समाधान कराया जाये। अन्यथा की स्थिति में विवश होकर आगामी 10 फरवरी 2025 को चारबाग रेलवे स्टेशन से विधान सभा तक मार्च निकालकर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। इसके अलावा उन्होंने ग्यारह सूत्रीय समस्याओं को भी अंकित करते हुये निस्तारण की मांग उठायी। इस दौरान आशा यादव, नीतूरानी यादव, रेखा, तवस्सुम, सरोज, ममतारानी, सरिता सेन, सीता नामदेव, महादेवी वर्मा, नीतू रजक, भारती साहू, सुषमा, प्रवेश, नर्मदा, बन्दना, सीमा, कमला, सीमा, जयन्ती के अलावा अनेकों आशा कार्यकत्रियां व संगिनियां मौजूद रहीं।
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