अवधनामा संवाददाता
लखनऊ-वडोदरा के सबसे बड़े एजुकेशन इंस्टिट्यूट में शामिल पारुल यूनिवर्सिटी ने अपने ऑनलाइन 2 वर्षीय, यूजीसी और एआईसीटीई से अप्रूव कोर्सेस के लिए आवेदनों का स्वागत किया है। वक्त के साथ इंडस्ट्री की बदलती मांगों को देखते हुए इंस्टिट्यूट स्टूडेंट्स के लिए 20 स्पेशलाइज़्ड अलग -अलग कोर्सेस ऑफर कर रहा है। यह कोर्सेस स्टूडेंट्स को अपनी अपनी फील्ड की नई चुनौतियों और मुश्किलों का कैसे सामना करना है इसके लिए मदद करेंगे। पारुल यूनिवर्सिटी सैंटर फॉर कन्टीन्युइंग एजुकेशन और ऑनलाइन लर्निंग के डायरेक्टर डॉ. कुंजल सिन्हा ने एडमिशन प्रोग्राम के पीछे यूनिवर्सिटी की क्या सोच है इसे लेकर बताया कि, “पारुल यूनिवर्सिटी जब से शुरू हुई है उसकी एक ही सोच रही है और वह है एजुकेशन फिल्ड में सबसे आगे रहने की, इस फिल्ड में खुद को एक लीडर बनाने की। यूनिवर्सिटी का फोकस (ध्यान) एक इंडस्ट्री- एकेडमिक तालमेल के निर्माण पर है। जो कैंडिडेट्स को उन भूमिकाओं के बारे में एक अंदरूनी नजरिया प्रदान करता है जिन्हें वह हासिल करन का सपना रखते हैं। अब, हमारी इंडस्ट्री से संबंधित एजुकेशन (शिक्षा) ऑनलाइन मौजूद होगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा होनहार कैंडिडेट्स (उम्मीदवारों) तक पहुंचने के लिए हमारे बैंडविड्थ का विस्तार होगा।“
कैंडिडेट्स जो अपनी-अपनी इंडस्ट्री में अपना एक ऊचा मुकाम पाना चाहते हैं। वह मांगी गई स्पेशलाइजेशन की लिस्ट में से इसे चुन सकते हैं। कृषि प्रबंधन, बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं, डिजिटल मार्केटिंग और बिक्री प्रबंधन, उद्यमिता और नवाचार विकास, परिवार-प्रबंधित व्यवसाय, स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और व्यवसाय, रसद और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, फार्मास्युटिकल प्रबंधन, परियोजना प्रबंधन, सार्वजनिक नीति, खुदरा प्रबंधन, पर्यटन और घटना प्रबंधन, संचालन प्रबंधन, फोरेंसिक लेखा और कॉर्पोरेट धोखाधड़ी जांच, व्यापार विश्लेषिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन प्रबंधन, वित्त प्रबंधन, विपणन प्रबंधन।
पारुल यूनिवर्सिटी ने अपनी स्थापना के बाद से इस बात को ध्यान में रखते हुए कि क्रॉस-डिसिप्लिनरी तरीके भविष्य का रास्ता हैं, इसलिए हमने एक ऐसा फ्रेम वर्क (ढांचा ) तैयार किया है जिसमे किसी तरह की कोई रुकावट नहीं है। यह फ्रेम वर्क कैंडिटेडस को एजुकेशन का वह कोर्स चुनने का मौका देता है जिसकी मदद से वह उस इंडस्ट्री के लिए पूरी तरह तैयार हो जाते हैं जिसमे वह अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। हाईब्रिड इंडस्ट्री जाने के इच्छुक कैंडिटेडस डिजिटल और सोशल मीडिया मार्केटिंग और इंडस्ट्रियल रिलेशन (औद्योगिक संबंध) और पर्सनल मैनेजमेंट ( कार्मिक प्रबंधन) में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा के साथ दोहरी डिग्री का विकल्प चुन सकते हैं।
हम कैंडिडेट्स को अलग-अलग फिल्ड की बहुमुखी शिक्षा दे रहे हैं ताकि उन्हें अपनी ही फील्ड में उन्हें नए मौके मिल सके। पारुल यूनिवर्सिटी की एजुकेशन स्टूडेंट्स (छात्र केंद्रित शिक्षाशास्त्र ) पर फोकस करती है जोकि इसकी स्कॉलरशिप कई (छात्रवृत्तियों) में साफ़ दिखाई देती है। पीजीडी प्रोग्राम (कार्यक्रम ) में शुरूआती रजिस्ट्रेशन जिसमें प्रारंभिक (पंजीकरण) के लिए पूरी फीस पर स्कॉलरशिप (छात्रवृत्ति) और इंरोलिंग (नामांकन) करने वालों के लिए 30% स्कॉलरशिप शामिल है।
यूनिवर्सिटी के पास उद्योग के विशेषज्ञों और शिक्षाविदों द्वारा डिजाइन किया गया एक व्यापक अपस्किलिंग प्लेटफॉर्म भी है जो केस स्टडीज, लाइव प्रोजेक्ट्स और सिमुलेशन के साथ कोर प्रोग्राम को पूरा करता है। सबसे जरुरी बात यह है कि पारुल यूनिवर्सिटी के 700 से ज्यादा उद्योग संघ प्रीमियम नेटवर्किंग अवसरों, उद्योग-प्रासंगिक कौशल और क्षेत्र के विशेषज्ञों से परामर्श में परिणत होते हैं।
आज पारुल यूनिवर्सिटी शिक्षा के क्षेत्र में कई ऊचाई छू रहा है, यूनिवर्सिटी की लेगेसी (उत्कृष्टता) की विरासत को प्रमाणित करते हुए शिक्षा क्षेत्र में कुछ सबसे प्रतिष्ठित सम्मान बताते हैं, जिनमें एसोचैम द्वारा भारत में सर्वश्रेष्ठ निजी विश्वविद्यालय, प्रबंधन गुजरात राज्य संस्थागत रेटिंग फ्रेमवर्क में 4 स्टार रेटिंग और बिजनेस स्टैंडर्ड स्कूल सर्वे द्वारा ए8 रैंक शामिल है। साल 2021 में 100 राष्ट्रीय पुरस्कार और रैंकिंग के साथ और राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालयों के प्रसिद्ध संघ के एक सदस्य, संस्थान को टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा भारत के शीर्ष 75 बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन संस्थानों में से एक माना जाता है।
पारुल यूनिवर्सिटी का मकसद इंडस्ट्री से संबंधित शिक्षा प्रदान करना है जिसके लिए हम जी जान लगा रहे हैं। नई जेनरेशन के लिए ऑनलाइन एमबीए प्रोग्राम दे रहे हैं जो युवाओं को अपनी अपनी फिल्ड में एक लीडर के तौर पर स्थापित करने में मदद करेगा। वह इंडस्ट्री में एक नया और बड़ा बदलाव लाने के काबिल होंगे। जो कैंडिडेट्स (उम्मीदवार) अपने करियर को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं वह रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।