अवधनामा ब्यूरो
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद जब पत्रकारों के सवाल जवाब दिए तो अपर्णा यादव और मेट्रोमैन ई श्रीधरन को लेकर भी सवाल उठे. अखिलेश ने इन सवालों का जवाब देते हुए बीजेपी को भी कटघरे में खड़ा कर दिया.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस की ऊषा मौर्य, बसपा के तेज प्रताप मौर्य, विजय प्रताप कुशवाहा, सलोना कुशवाहा, सुधाकर मौर्य और मजदूर यूनियन गाज़ियाबाद के बाबू सिंह आर्य ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली. समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने वालों में बसपा के वीरेन्द्र सिंह और कृष्ण कुमार पाल, कांग्रेस के डॉ. अभिषेक राय, गोंडा से बीजेपी की सौम्या पाण्डेय, इलाहाबाद से कमल कुमार प्रजापति, शालिनी राकेश और रिटायर्ड आईपीएस रामेश्वर दयाल ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली.
कई दलों के नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद तमाम पार्टियों के लोग समाजवादी विचारधारा को अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी डॉ. राम मनोहर लोहिया और डॉ. भीमराव अम्बेडकर की विचारधारा पर चल रही है. इसी वजह से हर वर्ग के लोगों को जोड़ रहे हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने चार साल गुज़ार लिए लेकिन इन चार सालों में बीजेपी ने उद्घाटन का उद्घाटन, शिलान्यास का शिलान्यास और एमओयू का एमओयू करने के सिवाय कुछ नहीं किया.
सीएम योगी पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जो भाषा सदन या मंच से बोलते हैं, क्या ऐसे बयान मुख्यमंत्री के हो सकते हैं. वह धर्म के आधार पर भी बेतुके बयान देते हैं. वह विकास पर कम बोलते हैं. विकास पर बोलते तो प्रदेश का भला होता. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने जो काम शुरू किये थे उसे भी यह जारी नहीं रख पाए. जो भी बड़े एक्सप्रेस वे हैं वह सपा सरकार की देन हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तो किसानों का भी अपमान किया. माता-बहनों का अपमान किया. नागरिकता बिल पर महिलायें धरने पर बैठी थीं तब इन्होने कहा था कि पुरुष रजाई ओढ़कर सो रहे हैं और महिलायें धरने पर बैठी हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का आरोप है कि समाजवादी पार्टी ने आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए हैं. मैं कहता हूँ कि समाजवादी पार्टी ने कभी अपने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के मुकदमे वापस नहीं लिए. उन्होंने कहा कि लखनऊ का पुलिस भवन हमने बनाया जहाँ बैठे अफसरों ने लोगों पर झूठे मुकदमे लगाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सांप और छछूंदर की भाषा का जनता जवाब देगी. अखिलेश ने कहा कि एमएसपी पर भी मुख्यमंत्री झूठ बोलते हैं.
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शिवपाल सिंह यादव को लेकर सवाल आया तो अखिलेश ने कहा कि उन्हें न घसीटें. जब अपर्णा यादव के राम मन्दिर के लिए चंदा देने का सवाल उठाया गया तो अखिलेश ने कहा कि कुछ लोग आपदा में अवसर ढूंढ रहे हैं. हम बीजेपी को दक्षिणा दे रहे हैं. तो क्या उन्हें दक्षिणा नहीं चाहिए है. ई श्रीधरन के बीजेपी ज्वाइन करने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि वह बीजेपी ज्वाइन कर लखनऊ आयें और गोरखपुर में मेट्रो का काम पूरा करवाएं. मुख्यमंत्री ने पहले साल में ही गोरखपुर में मेट्रो चलाने का वादा किया था जिसे वह पूरा नहीं कर पाए.