Sunday, May 18, 2025
spot_img
HomeLucknowभ्रष्टाचार निवारण संगठन का घूसखोरों पर कसा शिकंजा दो रिश्वतखोर गिरफ्तार

भ्रष्टाचार निवारण संगठन का घूसखोरों पर कसा शिकंजा दो रिश्वतखोर गिरफ्तार

 

 

लखनऊ ।  भ्रष्टाचारियों पर (एंटी करप्शन ऑर्गेनाइजेशन) भ्रष्टाचार निवारण संगठन के डीआईजी राजीव मल्होत्रा की कार्यवाही लगातार जारी है । भ्रष्टाचार निवारण संगठन को 24 घंटों के दौरान दो सफलताएं हाथ लगी है। ट्रैप टीमों ने एक रिश्वतखोर कानूनगो और एक रिश्वतखोर लेखपाल को घूस की रकम के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । भ्रष्टाचार निवारण संगठन के डीआईजी राजीव मल्होत्रा की टीम ने अयोध्या जिले के एक रिश्वतखोर राजस्व निरीक्षक कानूनगो को अयोध्या तहसील परिसर से 3 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । अयोध्या इकाई के इंस्पेक्टर राजेश चन्द्र त्रिपाठी की टीम ने अयोध्या की सोहावल तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक कानूनगो नरसिंह प्रसाद श्रीवास्तव को 3 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । गिरफ्तार किए गए रिश्वतखोर कानूनगो के खिलाफ रुधौली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के डीआईजी राजीव मल्होत्रा के अनुसार पंडितपुर अयोध्या के रहने वाले अमित कुमार की शिकायत पर गठित की गई ट्रैप टीम ने रिश्वतखोर नरसिंह प्रसाद श्रीवास्तव को घूस की रकम के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । उनका कहना है कि शिकायतकर्ता का आरोप था कि कानूनगो नरसिंह प्रसाद श्रीवास्तव उनकी जमीन की पैमाइश कर आख्या देने के एवज में उनसे 3 हज़ार रुपए की रिश्वत मांग रहा था । अमित कुमार की शिकायत पर इंस्पेक्टर राजेश चंद्र त्रिपाठी के नेतृत्व में ट्रैप टीम का गठन किया गया और टीम ने रिश्वतखोर कानून को को 3 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के डीआईजी राजीव मल्होत्रा के द्वारा गठित की गई गोरखपुर इकाई के इंस्पेक्टर संतोष कुमार दीक्षित की टीम ने महाराजगंज तहसील में तैनात लेखपाल सुवाष पटेल को 5000 की रिश्वत लेते हुए चाय की दुकान से रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसके खिलाफ महाराजगंज सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। डीआईजी राजीव मल्होत्रा के अनुसार महाराजगंज के रहने वाले राजेश की शिकायत थी कि घूसखोर लेखपाल सुवास पटेल उनके बेटे की मृत्यु के बाद किसान दुर्घटना योजना के लिए रिपोर्ट लगाए जाने के एवज में उनसे 5000 की रिश्वत मांग रहा था । राजेश की शिकायत को डीआईजी राजीव मल्होत्रा ने गंभीरता से लेते हुए ट्रैप टीम का गठन किया और टीम के जाल में रिश्वतखोर लेखपाल रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों फंस गया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular