जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से मंगलवार को 1,873 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था कश्मीर के लिए रवाना हुआ। सोमवार को अनुच्छेद 370 के समाप्त किए जाने की पांचवी वर्षगांठ के चलते सुरक्षा कारणों से सभी आधार शिविरों से किसी भी यात्री को आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी गई थी। पिछले 38 दिनों में 5 लाख के करीब श्रद्धालुओं ने अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं।
1,873 श्रद्धालुओं के जत्थे में 1579 पुरुष, 202 महिलाएं, 65 साधु और 27 साध्वियां शामिल हैं। यह सभी 69 वाहनों से कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 3ः30 बजे भगवती नगर यात्री निवास से बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुए।
अमरनाथ पवित्र गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। श्रद्धालु पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग या उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं। पहलगाम-गुफा तीर्थस्थल की लंबाई 48 किलोमीटर है और तीर्थयात्रियों को तीर्थस्थल तक पहुंचने में 4-5 दिन लगते हैं। बालटाल-गुफा तीर्थस्थल की लंबाई 14 किलोमीटर है और तीर्थयात्रियों को दर्शन करने और बेस कैंप पर लौटने में एक दिन लगता है। उत्तरी कश्मीर मार्ग पर बालटाल और दक्षिण कश्मीर मार्ग पर चंदनवाडी में तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं। इस वर्ष की यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन त्योहारों के साथ संपन्न होगी।