अलीगढ़ 3 सितम्बरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के संदर्भ में यह समाचार महत्वपूर्ण है कि देश की प्रमुख पत्रिका आउटलुक द्वारा अपने वार्षिक रैंकिंग में इसके कई विभागों और कालिजों को उच्च स्थान प्रदान किया गया है।
विश्वविद्यालय के जन संचार विभाग को 2020 के आउटलुक-आईसीएआरई रैंकिंग में देश के सभी जन संचार संस्थानों में चैथे स्थान पर रखा गया है, जो अपने आप में गर्व का विषय है। यह महत्वपूर्ण है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का मास कम्युनिकेशन विभाग गत कई वर्षों से लगातार प्रगति कर रहा है और इसके कई छात्रों ने प्रिंट और टीवी मीडिया में अपना विशिष्ट स्थान बनाया है। विभाग के बुनियादी ढांचे में काफी वृद्धि हुई है तथा विभाग में तीन कैमरा स्टूडियो और फ्रैंक एण्ड डेबी इस्लाम ऑडीटोरियम के निर्माण के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता में भी वृद्धि हुई है।
एएमयू का जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज देश के सभी मेडिकल कालिजों की रैंकिंग में पांचवें स्थान पर है, जो अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रख्यात है। पिछले कुछ महीनों में, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एल-2 स्तर के अस्पताल में प्रोन्नत हो गया है और इसके साथ मेडिकल कालिज में कई महत्वपूर्ण विकास हुए हैं, जिनमें वायरोलॉजी लैब और प्लाज्मा थेरेपी मशीन की स्थापना के साथ ही कार्डियोलॉजी विभाग में डीएम कोर्स का आरंभ शामिल है। इसके अलावा, पहले से ही प्लास्टिक सर्जरी विभाग में एमसीएच पाठ्यक्रम पढ़ाया जा रहा है। हाल ही में, देश के शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जेएन मेडिकल कालिज में परीक्षा केंद्र का उद्घाटन किया जो विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचे में एक और महत्वपूर्ण वृद्धि है।
इस रैंकिंग में, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विधि संकाय को कानून शिक्षा के सभी संस्थानों में छठा स्थान दिया गया है, जबकि सामाजिक कार्य विभाग को नवां स्थान दिया गया है। वहीं, देश के सभी सरकारी इंजीनियरिंग कालिजों में जाकिर हुसैन इंजीनियरिंग कालिज को 28वां स्थान मिला है।
इन संस्थानों की बेहतर रैंकिंग पर टिप्पणी करते हुए कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि यह विश्वविद्यालय समुदाय के लिए हर्ष का विषय है और यह हमें बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने पिछले कुछ वर्षों में अपने बुनियादी ढांचे, नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत, पाठ्यक्रम संशोधन और अनुसंधान में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने शिक्षकों के बेहतर प्रदर्शन के कारण अपनी गुणवत्ता में सुधार किया है। और नए शिक्षा सत्र में और सुधार की उम्मीद है।
रैंकिंग समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर एम० सालिम बेग ने कहा कि यह रैंकिंग विश्वविद्यालय में शिक्षण और अनुसंधान के उच्च स्तर को प्रमाणित करती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने रैंकिंग के लिए कई मानदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है और इससे विश्वविद्यालय के बारे में जनता की राय में और सुधार होगा।
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अलीगढ़ 3 सितम्बरः भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रतिष्ठित फारसी विद्वान प्रोफेसर आजरमी दुख्त सफवी, पूर्व डीन, कला संकाय तथा पूर्व अध्यक्ष फारसी विभाग को भारत सरकार के प्रतिष्ठित टैगोर नेशनल फेलोशिप फॉर कल्चरल रिसर्च से सम्मानित किया है।
इस फेलोशिप के अंतर्गत प्रोफेसर सफवी भारतीय संस्कृति और इतिहास पर फारसी पांडुलिपियों पर शोध करेंगी।
इस फेलोशिप के दौरान, प्रति माह 80,000 रुपये और प्रति वर्ष 250,000 रुपये आपातकालीन अनुदान प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार उन विद्वानों को दिया जाता है जिनका संबन्धित क्षेत्र में शोध एवं साहित्यिक योगदान होता है तथा उन्होंने ज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होती है।
प्रोफेसर सफवी ने कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं और अपनी मातृ-संस्था अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को गौरांवित किया है। फारसी विद्वान के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध प्रोफेसर सफवी को अबतक ं कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है जिनमें राष्ट्रपति पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, ईरान, गालिब पुरस्कार तथा ईरान सरकार का सादी पुरस्कार शामिल है। वे टैगोर नेशनल फैलोशिप प्राप्त करने वाली भारत के पहली फारसी विद्वान हैं।
प्रोफेसर सफवी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में फारसी शोध संस्थान की संस्थापक तथा पूर्व निदेशक हैं तथा वर्तमान में वह संस्थान के सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं।
एएमयू का जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज देश के सभी मेडिकल कालिजों की रैंकिंग में पांचवें स्थान पर
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