अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालिज के कार्डियोथोरासिक चिकित्सकों ने फिरोज़ाबाद की रहने वाली 17 वर्षीय युवती सबा की शल्य चिकित्सा कर उसे एक असामान्य हृदय रोग से मुक्ति दिलाई।
कार्डियोथोरासिक सर्जन डा० आज़म हसीन के नेतृत्व में डा० सुमित प्रताप सिंह तथा डा० मयंक यादव की टीम ने इस शल्य चिकित्सा को अंजाम दिया। इस टीम में डा० साबिर अली खान, डा० नदीम रज़ा, डा० हर्ष, डा० शाहिद तथा डा० लक्ष्य वाष्र्णेय भी शामिल थे।
डा० आज़म हसीन ने बताया कि सबा को सांस लेने में कठिनाई होती थी तथा वह अकसर बेहोश हो जाया करती थी। बाद में प्रारंभिक जांच में उसे एक असामान्य हृदय संबंधी समस्या का पता चला जिसके उपरान्त उसके हृदय में मौजूद ट्यूमर का आपरेशन कर हृदय वाल्व को बदले बिना दुबारा से हृदय की रचना की, जो अपने आप में एक असाधारण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि अब सबा की स्थिति सामान्य है।
अमुवि कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने इस उपलब्धि पर डा० आज़म हसीन की टीम को बधाई देते हुए कहा कि जेएन मेडिकल कालिज के चिकित्सक पूरी लगन के साथ कार्य कर रहे हैं तथा यह असामान्य आपरेशन उनकी कर्मठता का उदाहरण है।
जेएन मेडिकल कालिज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी ने कहा कि मेडिकल कालिज के कर्डियक सर्जरी विभाग के अंतर्गत गत 3 वर्षों में 400 से अधिक शल्य कार्य सफलतापूर्वक किये जा चुके हैं।
मेडिसिन संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर राकेश भार्गव ने कहा कि मेडिकल कालिज के चिकित्सक कई जटिल शल्यकार्य अंजाम दे चुके हैं जिनमें से कई मामले दूसरे अस्पतालों द्वारा रेफर किये गए थे।
ज्ञात हो कि इस शल्यकार्य का ख़र्च प्रख्यात मानवसेवी तथा अलीगढ़ शहर के पूर्व विधान सभा सदस्य श्री ज़फर आलम द्वारा वहन किया गया।