अवधनामा संवाददाता
फतेहपुर बाराबंकी। रविवार रात अश्विन मास की पूर्णिमा अमृतमयी शरद पूर्णिमा के रूप में मनाई गई। मान्यता है कि इस रात देव लोक में चंद्रमा की किरणों के साथ आकाश से अमृत की वर्षा होती है।
रविवार की रात में क़स्बा स्थित महादेव तालाब पर पूरे प्रांगण को मनमोहक लाइटों से सजाया गया और महामाई श्री उजली मैया का चन्द्रकांति श्रृंगार किया गया। श्री पूर्णिमा महोत्सव सेवा समित के द्वारा भजन संध्या का भी आयोजन हुआ। जिसमे तरुण राजन ने जय हो जय हो तुम्हारी हे बजरंगबली… सजीव शर्मा ने चलो बुलाया आया है… इसके बाद आकाश गुप्ता ने दुर्गा है मेरी माँ अम्बे है मेरी माँ… लेकर पूजा की थाली ज्योति मन की जगा ली तेरी आरती उतारू भोली माँ…. देना हो तो दीजिये जनम जन्म का साथ…, जैसे मीठे मीठे भजनों को गाकर महामाई को भक्तों के संग रिझाया, मध्य रात्रि में पं श्यामलाल पुजारी द्वारा माँ की महाआरती व कन्या पूजन किया गया। खुले आसमान के नीचे खीर बनाई गई, साथ ही नाना प्रकार की जड़ी बूटियों से तैयार की गई स्वास की दवाई के लिए जिले के कोने कोने से आये स्वांस रोगियों को दवा वितरित की गयी। इसके बाद भंडारे का आयोजन हुआ। इस मौके पर राजेश पाठक, रामू तिवारी, मुकेश अग्रवाल, हृदयेश श्रीवास्तव, आनंद सिंह, शेखर शर्मा, सुमित पाठक, रामनिवास, हिमांशु, दिलीप राजपूत, राकेश गुप्ता, प्रखर कुमार शर्मा, दिनेश श्रीवास्तव, सोनू वर्मा, नानक शरण, अंकुर निगम, शुभम, यशु, हिमांशु श्रीवास्तव, शेखर सोनी के साथ सैकड़ो भक्त मौजूद रहे।
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