अवधनामा संवाददाता
अमृत सरोवर तालाब के सुंदरीकरण में किया गया घटिया सामग्री का प्रयोग
मानक के अनुसार कार्य न कराने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
प्रधान और सचिव की मिली भगत से अमृत सरोवर तालाब निर्माण में की बड़ी धांधली
गोहांड (हमीरपुर): विकासखंड क्षेत्र का वो जराखर गांव जहा विकास के नाम पर प्रधान को कई बार शासन प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। लेकिन विकास के नाम पर हवा हवाई ने आज गांव में प्रधान द्वारा कराए गए विकास कार्यों की पोल खोल दी है। जहां जराखर गांव में विकास के नाम पर सरकारी धन को किस तरह से लूटा जा रहा है। तस्वीरों में साफ साफ देखा जा सकता है। कि विकास कार्यों में जो अनियमितताएं सामने आई है। उसमे जमकर भ्रष्टाचार किया गया है।
ऐसा ही जराखर गांव में बना अमृत सरोवर तालाब की सुंदरता देखते ही बनती हैं। और तालाब की सुन्दरता की वजह से प्रधान को जिला प्रशासन और मंडलायुक्त सम्मानित भी कर चुके हैं। लेकिन आज अमृत सरोवर तालाब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है, जो रो रोकर टूटकर आंसू बहा रहा है कि इतने कम समय में मुझे मिट्टी में मिलाकर जनता के विश्वास को तोड़ा है, जिसमे मानक के अनुरूप कार्य न कराकर घटिया सामग्री लगाने से तालाब की दीवारो में भारी भारी दरारें आने से दीवार कभी भी धाराशाही हो सकती हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें प्रधान और सचिव ने मिलकर जमकर धांधली की है। और सरकारी धन का बंदरबांट किया है। जिसमे मानक के अनुसार कार्य नही कराया है। जबकि घटिया सामग्री का उपयोग करने से अमृत सरोवर तालाब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। और ज़िम्मेदार अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। निश्चित रूप से वाह वाही लूटने वाले प्रधान के विकास कार्यों की आज पोल खुल गई है। इससे साफ तौर पर कहा जा सकता है कि और भी बहुत से गांव में विकास कार्य कराए गए हैं जिसमे जमकर भ्रष्टाचार किया गया होगा जो जांच का विषय है। फिलहाल जो भ्रष्टाचार की तस्वीरें है खुद इसका सबूत है कि प्रधान और सचिव ने जराखर गांव में अमृत सरोवर तालाब निर्माण कार्य में सरकारी धन को किस तरह से लूटा है तस्वीरों में साफ साफ देखा जा सकता है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन मामले में क्या कार्यवाही करता हैं। फिलहाल ग्रामीणों ने जांच कर कार्यवाही की मांग की हैं।