अवधनामा संवाददाता (आदिल तन्हा)
बाराबंकी। सफदरगंज चौराहा जैदपुर रोड स्थित पूर्णिमा फिलिंग सेंटर गंभीर आरोपों से घिर गया है। डीजल डलवाने के बाद इंजन में आई खराबी से हजारों रूपए का नुकसान सह चुके वाहन स्वामी ने मुख्यमंत्री से पंप के ईंधन की जांच कराने व सीज कराने की मांग की है। आरोप है कि यहां पर पानी मिलाकर डीजल बेचा जा रहा है। पंप जरूरी नियमों का पालन भी नहीं करता। वहीं शिकायत करने वालों से अभद्रता की जाती है। सीएम से पंप की जांच कराए जाने की मांग की गई है।
सफदरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कस्बा रसौली निवासी सैय्यद रेहान अली का कहना है कि गत 11 अक्टूबर को समय करीब 5 बजे शाम को जैदपुर रोड स्थित पूर्णिमा फीलिंग सेन्टर पर एक हजार रूपये का डीजल अपनी स्कार्पियो कार संख्या-यू0पी0 32 एम0टी0-7269 में डलवाकर जैसे ही सफदरगंज चौराहा पहुंचा तभी गाड़ी बार-बार बंद होने लगी और मीटर का इंडीकेटर जलने लगा। खराबी सामने आने पर उसने कंपनी में बात की तो बताया गया कि इंजन में कोई खराबी आ गई है। जिस पर वाहन स्वामी वाहन को लेकर कम्पनी गया जहां पर जांच के दौरान पाया गया कि गाड़ी में डीजल की जगह पानी पड़ा हुआ है। पानी मिला डीजल बाकायदा निकालकर दिखाया गया। पेट्रोल पम्प की घोर लापरवाही व मिलावट की वजह से वाहन स्वामी को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा। रेहान अली का कहना है कि इस सम्बंध में जब उसने पेट्रोल पम्प मालिक से बात की बताया गया कि 11 अक्टूबर को 2 बजे तक टंकी साफ कराई गई थी। पानी नहीं था तभी डीजल देना शुरू किया है। वह कुछ नहीं कर सकते। मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि पेट्रोल पम्प भारी मात्रा में मिलावट की जाती है। पम्प पर न कोई सुविधा है और न ही छत की इंतजाम है। पम्प पर आने वाले कस्टमर धूप व बरसात में खुले में खड़े होने को मजबूर हैं। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। यह पम्प अपने नियम कानून के हिसाब से चल रहा है। शिकायत करने पर मौजूद स्टाफ व मैनेजर अभद्रता पर उतर आते हैं। शिकायतकर्ता की मांग है कि पेट्रोल पम्प की गुणवत्ता की जांच करवाते हुए तत्काल सीज कराया जाए।
उधर पेट्रोल पंप संचालक राकेश कुमार ने बात करने पर बताया कि 11 अक्टूबर को दोपहर दो बजे टैंकर साफ कराए गए। रोज सैकड़ों ग्राहक ईंधन डलवाने आते हैं सिर्फ एक को ही शिकायत है। संभव है कि उनकी गाड़ी में पहले से पानी मौजूद रहा हो। अन्य कोई शिकायत सामने नहीं आई है।
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