अवधनामा संवाददाता
तरयासुजान थाना क्षेत्र के ग्राम डुमरिया मठ का मामला
वादी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार
कुशीनगर। सूबे की योगी सरकार जहां मठ और मंदिरों के नाम से दर्ज भूमि को सुरक्षित करने का प्रयास कर रही है वही भू माफिया फर्जी तरीके से दस्तावेजों मे कूटरचित कर मंदिर व मठ की भूमि को बेचने मे लगे है। ऐसा ही एक बानगी तरयासुजान थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव मे स्थित मठ पर देखने को मिला है। पूर्व प्रधान ने डीएम को शिकायती पत्र देकर भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
जिलाधिकारी कुशीनगर को सौंपे गये प्रार्थना पत्र मे जिले के बिहार सीमा से सटे तरयासुजान थाना क्षेत्र के डुमरिया गाँव के निवासी पूर्व प्रधान रूद्रानंद गिरी ने बताया कि उनके गाँव में स्थित अराजी नं 291, 292, 440, 565 में कुछ भूमि महंथ जदु गिरी पुत्र राम बख्श द्वारा बैनामा लिया गया है और कुछ भूमि महंथी का है। उन्होंने बताया कि जदु गिरी व उनके वारिशो ने कभी इस भूमि को किसी और के हाथो नहीं बेचा है। किंतु कूट रचित दस्तावेज के आधार पर गांव के दबंग व्यक्ति ने अभिलेख में अपना नाम दर्ज करा लिया जिसकी जानकारी होने पर असल वारिशो ने विभिन्न न्यायालयो में वाद दाखिल किया है जो विचाराधीन है। साथ ही संबंधित अदालत ने इस पर स्थगन आदेश पारित किया है। बावजूद इसके विपक्षियों द्वारा मंठ के कुछ हिस्से की भूमि फर्जी दस्तावेज के आधार पर बेच दिया गया है। इतना ही नही मठ की भूमि बेचने करने की कवायद अभी भी जोरो पर की जा रही है पूर्व प्रधान रूद्रानंद गिरी ने जिलाधिकारी रमेश रंजन से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब भूमि पर पहले से स्थगन आदेश है उसके बाद भी दबंगों द्वारा उस भूमि का बिक्रय किया जा रहा है जो यह साबित करता है कि दबंगों को न तो योगी सरकार की खौफ है और न ही न्यायालय का सम्मान है।