नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्रई अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि विपणन को मजबूत करके देश की जीडीपी में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के योगदान को और बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) प्रमुख हैं।
उन्होंने कहा कि 65 करोड़ से अधिक किसानों की आबादी वाले देश में सहकारिता आंदोलन को पुनर्जीवित करना, आधुनिक बनना, पारदर्शिता लाना और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए लक्ष्य बनाना आवश्यक है, क्योंकि कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सहकारिता ही एकमात्र ऐसा आंदोलन है जिसके माध्यम से समृद्धि को हर व्यक्ति तक पहुंचाया जा सकता है।
बता दें कि अमित शाह सहकारी क्षेत्र में फार्मर प्रोड्यूस ऑर्गनाइजेशन (एफपीओ) विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले दिनों में अधिक से अधिक प्राथमिक कृषि ऋण समितियां (पैक्स) को एफपीओ की ओर रुख करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर पैक्स एफपीओ की ओर रुख करना चाहते हैं तो एनसीडीसी और जिला सहकारी बैंक उनकी मदद करेंगे। एफपीओ की ओर रुख करने के लिए पैक्स पर कोई सीमा नहीं है।
शाह ने आगे कहा कि जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने किसानों के कल्याण और समृद्धि के लिए कई कदम उठाए। ऐसा ही एक कदम था एफपीओ।