अवधनामा संवाददाता
प्रख्यात 52 फल वैज्ञानिको ने किया प्रतिभाग
अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा संचालित अखिल भारतीय शुष्क क्षेत्रीय फल समन्वित अनुसंधान परियोजना की 26वीं तीन दिवसीय वार्षिक कार्यशाला का उद्घाटन । कृषि विश्वविद्यालय के एग्रीबिजनेस कॉलेज ऑडिटोरियम में प्रातः आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के सहायक महानिदेशक डॉ बी के पांडे, निदेशक, सीआइएसएच डाँ बी डी शर्मा,अधिष्ठाता, उद्यान एवं वानिकी डॉ ओ पी राव,निदेशक प्रसार डाँ ए पी राव,डाँ संजय पाठक एवं डाँ हेमंत कुमार सिंह आदि के साथ आचार्य नरेंद्र देव जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर तथा आइसीएआर एवं विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ भव्यता पूर्वक उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह के दौरान ही आईसीआर नई दिल्ली द्वारा नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज,अयोध्या को भारतवर्ष में चल रही अखिल भारतीय शुष्क परियोजना क्षेत्रीय फल समन्वित अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत किए गए उत्कृष्ट शोध कार्य हेतु बेस्ट सेंटर अवार्ड भी प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने अपने मुख्य अतिथिय उद्बोधन में विश्वविद्यालय को बेस्ट सेंटर अवार्ड प्रदान किए जाने पर वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए ड्रैगन फ्रूट के साथ-साथ सेव आदि को भी सम्मिलित कर शोध करने पर बल दिया।
इस अवसर पर उप महानिदेशक डॉ बी के पांडे ने वैज्ञानिकों से आह्वान करते हुए कहा कि अपने प्रजातियों के जर्म प्लाज्म को एनबीपीजीआर में अवश्य रजिस्टर्ड कराएं, पेस्टिसाइड का प्रयोग निर्धारित डोज में ही करें तथा फलों से वैल्यू ऐडेड उत्पाद भी तैयार करें, जिसका बहुत बड़ा महत्व है।
कार्यक्रम का प्रारम्भ फलविज्ञान विभाग के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम आयोजन सचिव डॉ संजय पाठक द्वारा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया गया। प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर डॉ बी डी शर्मा ने भारतवर्ष में 18 सेंटरो पर चल रही परियोजना की 1 वर्ष के प्रगति रिपोर्ट पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।
विश्वविद्यालय के उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ ओ पी राव, डॉ एस के वर्मा, डॉ संजय पाठक, डॉ हेमंत कुमार सिंह एवं डॉ भानु प्रताप द्वारा रचित 7 पुस्तकों सहित 11 पुस्तकों एवं लिफलेट आदि का विमोचन भी किया गया।
मीडियो प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि आगामी दो दिनों में होने वाले तकनीकी सत्रों में अब तक अखिल भारतीय शुष्क क्षेत्रीय फल समन्वित अनुसंधान परियोजना में हुए शोध एवं विकसित की गई प्रजातियों पर वृहद रूप से वैज्ञानिक विचार विमर्श किया जाएगा ।विचारोंप्रांत विश्वविद्यालय द्वारा एक्रिप परियोजना में विकसित की गई पर प्रजातियों का विमोचन भी होगा । डॉ सिंह ने बताया कि उक्त अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक ,वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षक, छात्र एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ सत्यव्रत सिंह ने किया। धन्यवाद प्रस्ताव मे परियोजना अन्वेषक डॉ हेमंत कुमार सिंह ने कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, शिक्षक, कर्मचारी एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के समस्त सदस्यों , स्नातक एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों, विशेष रुप से डॉ प्रदीप कुमार, डॉ सी एन राम, डॉ भानु प्रताप, डॉ जी सी यादव ,डॉ एस के वर्मा,नन्द लाल शर्मा एवं मीडिया कर्मियों आदि का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद प्रस्तुत किया गया।
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