नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने इंटरनेशनल क्रिकेट से इतनी जल्दी संन्यास लेने के फैसले को लेकर बड़ा खुलासा किया है। दरअसल ‘मिस्टर 360’ के नाम से मशहूर डिविलियर्स ने जब साल 2018 में अचानक से इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था तो हर कोई चौंक गया था। हाल ही में एबी डिविलियर्स ने विजडन मैगजीन के साथ बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने आखिरी दो साल आंख में इंजरी के साथ बिताए।
डिविलियर्स के अनुसार, उनके बच्चे ने हील पहनकर आंख में लात मार दी थी, जिसके चलते पूर्व बल्लेबाज के दाईं आंख की रोशनी कम होने लगी थी। उन्होंने बताया, “मेरे बच्चे ने गलती से हील पहनकर मेरी आंख पर लात मार दी थी। इसके बाद मैंने अपनी दाईं आंख की रोशनी खोना शुरू कर दिया था।जब मेरी सर्जरी पूरी हुई, तो डॉक्टर ने मुझसे पूछा कि आपने वर्ल्ड में इस तरह से क्रिकेट कैसे खेली? किस्मत से मेरी बाईं आंख ने मेरे करियर के आखिर दो साल में बहुत अच्छा काम किया।”
डिविलियर्स ने इतनी जल्दी रिटायरमेंट लेने के फैसले पर भी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा, “कोविड ने जाहिर तौर पर रोल प्ले किया, इसमें कोई शक नहीं है। इंटरनेशनल क्रिकेट के नजरिए से बात करें, तो साल 2015 वर्ल्ड कप ने मुझे काफी दर्द पहुंचाया। मुझे उससे बाहर में काफी समय लगा और उसके बाद जब मेरी टीम में वापसी हुई तो मैं खुद को झोंकने के लिए फिर से तैयार था। हालांकि, मुझे वैसा कल्चर महसूस नहीं हुआ, जिसकी उस समय मुझे जरूरत थी। मैं अक्सर ही सोचता रहता था। मुझे नहीं पता। क्या यह मेरे करियर का अंत है? मैं आईपीएल या कोई और लीग भी नहीं खेलना चाहता था। 2018 में मैंने सबसे दूर रहने का फैसला किया था, लेकिन मैंने एकबार फिर टेस्ट क्रिकेट के लिए खुद को पुश करने का फैसला किया। मैंने सोचा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया को यहां पर हराकर मैं संन्यास का एलान कर दूंगा। मैं किसी भी तरह की स्पॉटलाइट खुद पर नहीं चाहता था। मैं सिर्फ कहना चाहता था कि मैंने काफी अच्छा समय बिताया, आप सभी का धन्यवाद।”