डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। रविवार को अपर जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर ने डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के अंतर्गत राप्ती नदी कटान से प्रभावित ग्राम बनगाई नानकार और रमवापुर कोहल चक उर्फ बड़हरा का स्थलीय निरीक्षण किया। लगातार हो रही बारिश और राप्ती नदी में बढ़ रहे जलस्तर के कारण इन गांवों में कटान की रफ्तार तेज हो गई है, जिससे कई मकान, खेत और संपर्क मार्ग खतरे में आ गए हैं।
निरीक्षण के दौरान एडीएम ने प्रभावित क्षेत्रों का बारीकी से जायजा लिया और वहां मौजूद ग्रामीणों से उनकी समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने बताया कि नदी का पानी तेज धार के साथ जमीन काट रहा है, जिससे कई परिवारों की आजीविका और रहने की जगह खतरे में पड़ गई है। उन्होंने प्रशासन से कटान रोकने के लिए पुख्ता और स्थायी समाधान की मांग की। अपर जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग और आपदा प्रबंधन टीम को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि कटान प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल बचाव कार्य तेज किए जाएं।
उन्होंने रेत के बोरे, पत्थरों और अन्य रोकथाम सामग्री को तुरंत उपलब्ध कराने और संवेदनशील स्थानों पर चौकसी बढ़ाने के आदेश दिए। एडीएम ने यह भी कहा कि प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है और जरूरत पड़ने पर प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे नदी के किनारे जाने से बचें और किसी भी आपात स्थिति की सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन को दें।
गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते डुमरियागंज क्षेत्र के कई गांव कटान की चपेट में हैं। बनगाई नानकार और रमवापुर कोहल चक उर्फ बड़हरा में स्थिति विशेष रूप से गंभीर है। कटान की रफ्तार न थमने पर दर्जनों घर और कृषि भूमि नदी में समा सकती है। प्रशासन द्वारा प्रभावित गांवों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है और अधिकारियों का कहना है कि खतरे को देखते हुए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि लोगों की जान और संपत्ति को नुकसान से बचाया जा सके।