लखनऊ।बारीक सुईयों के कुशल प्रयोग से अब तक हजारों रोगियों को जानलेवा दर्दों और चलने फिरने की समस्याओं से छुटकारा दिला चुके डा.जी पार्थ प्रतिम एक्यूपंक्चर चिकित्सा को लोगों तक पहुंचाने के प्रयासों में वर्षों से जुटे हैं।
लखनऊ के एपेक्स हास्पिटल में वरिष्ठ एक्यूपंक्चर चिकित्सक के रूप में रोजाना दर्जनों मरीजों की चिकित्सा करनेवाले डा.जी.पार्थ इस चिकित्सा पद्धति को सर्वाईकल स्पांडिलाइटिस,लंबर स्पांडिलाइटिस,स्लिप डिस्क, सायटिका पेन,पेन शोल्डर,माईग्रेन,डिप्रेशन,लकवा,पर्किंसन डिजीज और डिमेंशिया जैसे असाध्य समझे जाने वाले मानसिक और स्नायविक रोगों को पूरी तरह ठीक करने के लिये प्रभावी चिकित्सा बताते हैं।अब तक ऐसी शारीरिक पीड़ादायक बीमारियों के हजारों रोगियों को पूरी तरह ठीक कर चुके डा.जी.पार्थ एक्यूपंक्चर स्पेशलिस्ट एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष के रूप में इस चिकित्सा पद्धति पर होनेवाले नये शोधनिष्कर्षों और अनुसंधानकर्ताओं से सीधे जुड़े रहते हैं। आयुवार्धक्य पर होने वाले रोगों के लिये एक्यूपंक्चर को सबसे निरापद पद्धति बताने वाले डा.जी.पार्थ इसके अलावा इलेक्ट्रो एक्यूपंक्चर,लेजर एक्यूपंक्चर, मोक्साबुशन,हिजामा और बीसीएम जैसी आधुनिक प्रणालियों के प्रयोग से भी असाध्य रोगों का इलाज करते हैं।