अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। अपर मुख्य सचिव, श्रम – उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार उ.प्र. भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड लखनऊ सदस्य राजनाथ द्वारा जनपद में संचालित दोनों विहान आवासीय विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। जनपद ललितपुर में संचालित आवासीय विद्यालयों में श्रमिकों के बच्चों को कक्षा 06 से कक्षा 08 तक शिक्षा दी जा रही है। विद्यालय में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चे शिक्षा कर रहे हैं जो नवोदय की तर्ज पर संचालित हैं। बोर्ड के सदस्य राजनाथ द्वारा जानकारी दी गयी कि 01 प्रतिशत की दर से जमा कराये जा रहे, सेस (उपकर) की धनराशि का उपयोग निर्माण श्रमिकों के कल्याणार्थ किया जा रहा है। जनपद ललितपुर में निर्माणाधीन अटल आवासीय विद्यालय धौर्रा लगभग 70 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है, जिसमें श्रमिकों के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगे। निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है विद्यालय में इस सत्र से पढ़ाई शुरू किये जाने के निर्देश शासन से दिये गये हैं। राजनाथ द्वारा जानकारी दी गयी कि निर्माण कार्यों की लागत का 01 प्रतिशत की दर से सेस जमा कराया जा रहा है, जिसका उपयोग श्रमिकों हितार्थ किया जा रहा है। जिसमें वर्ष 2009 के बाद बनाये गये 10 लाख से अधिक निर्माण लागत के आवासीय भवन यथा स्कूल, कालेज, मैरिज हाल, निजी व्यावसायिक भवन इत्यादि सम्मिलित हैं। यदि जनपद में भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार (नियोजन तथा सेवा शर्त विनियमन) अधिनियम, 1996 तथा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण उपकर अधिनियम, 1996 के अन्तर्गत किसी भी संस्था, सेवायोजक, ठेकेदार द्वारा सेस जमा नहीं कराया जाता है तो तत्काल स्थलीय निरीक्षण कर वसूली की कार्यवाही श्रम विभाग द्वारा की जाये। उन्होंने सभी सेवायोजकों, संविदाकारों से अपील की है कि निर्माण कार्य शुरू होने के उपरान्त श्रम विभाग में अधिष्ठान पंजीयन करायें, निर्माण श्रमिकों का पंजीयन करायें साथ ही सेवायोजक शासन की निर्धारित दर से वेतन भुगतान करें मस्टर रोल हाजिरी रजिस्टर जरूर रखें तथा 01 प्रतिशत सेस जमा करें। जमा धनराशि का उपयोग श्रमिकों के कल्याणार्थ किया जा सके। निर्माण साईटों के निरीक्षण के दौरान श्रम प्रवर्तन अधिकारी डी.पी. अग्रहरि, रामप्रताप सिंह निरंजन, विकास राजपूत उपस्थित रहे।