अवधनामा संवाददाता
मसौली बाराबंकी। जिला पंचायत से बिना मानचित्र स्वीकृत कराये अवैध प्लाटिंग करने वाले बिल्डर्स और डिवेलपर्स के खिलाफ तहसील प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है।
मंगलवार को अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलवा दिया प्रशासन की ओर से उठाये गए इस कदम से अवैध रूप से प्लांटिंग करने वालो में हड़कम्प मच गया है।
बताते चलें कि राजधानी से सटा होने के चलते बाराबंकी जिले में जमीनों की कीमतें आसमान छू रही है जिसमे लखनऊ अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग की सीमा से छूती हुईं जमीनों की प्लाटिंग करने वाले बिल्डर्स और डिवेलपर्स की सक्रियता बढ़ गयी क्षेत्र में इन प्लाटिंग करने वालों ने नियम कानूनों को ताक पर रखकर बिना मानचित्र स्वीकृत कराये खुलेआम प्लाटिंग कर रहे है। तहसील नवाबगंज का ग्राम लक्षबर बजहा व आसपास में प्लांटिंग का कार्य जोरशोर से चल रहा है। लक्षबर बजहा गांव में रजत श्रीवास्तव पुत्र राकेश श्रीवास्तव निवासी ई डब्लू एस जानकीपुरम, चिनहट लखनऊ निवासी बाबूलाल पुत्र सालिक, माल एवेन्यू निवासी क्वीन श्रीवास्तव पत्नी दिनेश श्रीवास्तव जो श्री कैप एसोसिएट जिला पंचायत द्वारा बिना मानचित्र स्वीकृति कराये प्लांटिंग का कार्य कर रहे है। 16 जून 2022 को जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी की आख्या के बाद जिला पंचायत हरकत में आ गया और विभाग ने इन प्लाटिंग की जांच कराई तो ये सभी अवैध पाई गई क्योंकि इनका कोई भी मानचित्र स्वीकृत नहीं पाया गया। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी ने एसडीएम को कार्रवाई के लिए लिखा और धारा-141 के तहत नोटिस जारी करते हुए प्लाटिंग हटाने के लिए 15 दिन का समय दिया गया लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी इन प्लाटिंग करने वालों ने कोई गम्भीरता नहीं दिखाई तो एसडीएम ने इनके ध्वस्तीकरण के लिए मंगलवार को नायब तहसीलदार नायब तहसीलदार शैलेश पाण्डेय, लेखपाल भानु प्रताप वर्मा, जिला पंचायत के अवर अभियन्ता एस पी शर्मा की मौजूदगी प्लाटिंग पर बुलडोजर चला कर अतिक्रमण हटाया गया।