वाशिंगटन। डिस्ट्रिक्ट आफ कोलंबिया (डीसी) ने सोमवार को कैंब्रिज एनालिटिका घोटाले में मेटा प्रमुख मार्क जुकरबर्ग को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराए जाने का आग्रह करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दाखिल किया है। करोड़ों फेसबुक यूजर के डाटा की निजता के हनन संबंधी इस मामले को एक बड़ा कारपोरेट व राजनीतिक घोटाला माना जा रहा है।
जुकरबर्ग पर लगाए गए हैं ये आरोप
डीसी के अटार्नी जनरल कार्ल रेसिन ने डीसी सुपीरियर कोर्ट में जुकरबर्ग के खिलाफ दीवानी मुकदमा दाखिल किया। इसमें आरोप है कि जुकरबर्ग कंपनी के अहम फैसलों में सीधे तौर पर शामिल थे। वह यूजर से जुड़ी सूचनाओं को साझा करने के संभावित खतरों को जानते भी थे, जैसा कि डाटा संग्रह करने वाली कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के मामले में हुआ। आरोप है कि कैंब्रिज एनालिटिका ने कम से कम 8.70 करोड़ फेसबुक यूजर का डाटा उनकी अनुमति के बिना एकत्र किया और उसका इस्तेमाल अमेरिका में वर्ष 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को कथित रूप से प्रभावित करने के लिए किया।
फेसबुक यूजर्स का ग्लोबल आंकड़ा तीन अरब के पार
मुकदमे में रखे गए तथ्यों के अनुसार, ‘फेसबुक के सह-संस्थापक जुकरबर्ग वर्ष 2012 से इसके बोर्ड के प्रमुख रहे हैं। उनके पास फेसबुक के 50 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग शेयर हैं। वह दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी के परिचालन पर एकल नियंत्रण रखते हैं।’ दुनियाभर में फेसबुक यूजर की संख्या तीन अरब पार कर गई है। मेटा का बाजार मूल्य 500 अरब डालर से ज्यादा आंका गया है। रेसिन ने जुकरबर्ग से क्षतिपूर्ति व जुर्माने की मांग की है, जिसका निर्धारण मुकदमे की सुनवाई के दौरान होगा। मेटा प्लेटफार्म्स के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने इस मामले में टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया। मेटा फेसबुक, इंस्टाग्राम व वाट्सएप की मूल कंपनी है।