ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने न्यायिक हिरासत में भेजा
एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार देर रात कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार के एक केस में फरार चल रही हरियाणा की एचसीएस अधिकारी मीनाक्षी दहिया को गिरफ्तार कर लिया। मीनाक्षी दहिया को तड़के डयूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एसीबी ने यह कार्रवाई पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका खरिज करने के बाद की है। मीनाक्षी दहिया पिछले पांच माह से फरार चल रही थी।
दहिया ने कथित तौर पर जिला मत्स्य अधिकारी राजन खोरा से व्हाट्सएप कॉल पर एक लाख रुपये की मांग की थी। मत्स्य विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत दहिया ने खोरा के खिलाफ आरोप पत्र वापस लेने के आदेश जारी करने थे। खोरा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि उसे एक मामले में गलत तरीके से फंसाया गया और उनके खिलाफ आरोप पत्र जारी किया गया ताकि उनके कनिष्ठ को उप निदेशक के पद पर पदोन्नत किया जा सके।
आरोप है कि 17 अप्रैल को एसीएस से फाइल वापस आने के बाद विभाग की ज्वाइंट सेक्रेटरी मीनाक्षी दहिया ने पहले तो अपने सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर जोगेंद्र सिंह के जरिए रिश्वत के पैसे मांगे। इसके बाद ऑर्डर जारी करने की एवज में शिकायतकर्ता को चंडीगढ़ स्थित कार्यालय बुला कर एक लाख रुपए की मांग की। राजन का कहना है कि चंडीगढ़ से पंचकूला आने के बाद जोगेंद्र सिंह ने उन्हें मैडम का फोन नंबर वॉट्सऐप पर भेजते हुए कहा कि मैडम से उनकी बात हो गई है। आप उनसे वॉट्सएप कॉल पर सीधी बात कर लो, आपका काम हो जाएगा, मैडम ने हां कर दी है। इसी केस में मीनाक्षी दहिया फरार चल रही थी। पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट न्यायालय ने रिश्वत के केस में एचसीएस ऑफिसर मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दी। जिसके बाद एसीबी ने यह कार्रवाई की है।