अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से डूसू चुनावों में शत प्रतिशत मतदान करने की अपील की है। एबीवीपी डूसू पैनल से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार भानु प्रताप सिंह, सचिव पद की प्रत्याशी मित्रविंदा कर्णवाल और संयुक्त-सचिव प्रत्याशी अमन कपासिया ने मंगलवार को चुनाव प्रचार के दूसरे दिन दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी विभागों और कॉलेजों में संपर्क के दौरान उन्हें डीयू में छात्रावास निर्माण, मेट्रो पास, नए हॉस्टल के निर्माण आदि मुद्दों से अवगत कराया व शत प्रतिशत मतदान करने की अपील छात्रों से की है।
डूसू अध्यक्ष पद प्रत्याशी ऋषभ चौधरी और डूसू सचिव प्रत्याशी मित्रविंदा कर्णवाल ने नार्थ कैंपस कॉलेज के तेग बहादुर खालसा कॉलेज, श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, रामजस कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, हंसराज कॉलेज, हिंदू कॉलेज, आदि कॉलेजों में प्रचार किया और डूसू उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह और डूसू संयुक्त सचिव प्रत्याशी अमन कपासिया ने साउथ कैंपस के कॉलेजों श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज, मोतीलाल नेहरू कॉलेज, राम लाल आनंद कॉलेज, शिवाजी कॉलेज, राजधानी आदि कॉलेजों में एबीवीपी द्वारा उठाए गए मुद्दों को छात्रों के बीच रखते हुए मतदान करने की अपील की है।
एबीवीपी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन का मु्द्दा भी प्रमुखता से उठा रही है। एबीवीपी की डीयू में सक्रियता वर्ष भर रहती है और पर्यावरणीय, खेल, सेवा कार्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर एबीवीपी की चलाई गई गतिविधियों के सकारात्मक प्रभाव के बारे में भी डूसू प्रत्याशी बता रहे हैं।
एबीवीपी के पैनल से डूसू में अध्यक्ष पद प्रत्याशी ऋषभ चौधरी ने कहा कि, डीयू छात्रसंघ चुनाव में मत प्रतिशत बढ़ सके, इसलिए कैंपेन के दौरान छात्रों से हम प्रत्याशी विशेष आग्रह कर रहे हैं। डीयू में सकारात्मक परिवर्तन के लिए एबीवीपी पैनल प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय में बुनियादी सुविधाओं के विकास के मुद्दों को एबीवीपी प्रमुखता से उठा रही है, विद्यार्थियों का हमें व्यापक सहयोग तथा सकारात्मक फीडबैक मिल रहा है।
इसी क्रम में एबीवीपी के पैनल से डूसू में सचिव पद प्रत्याशी मित्रविंदा ने कहा कि एबीवीपी के पैनल से वर्ष 2014 से लगातार अब तक छात्राओं की जीत हुई है। एबीवीपी का मैनीफेस्टो कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा, सैनेट्री वेडिंग मशीन लगाने सहित छात्राओं से जुड़े विभिन्न मुद्दे प्रमुखता से शामिल हैं। डीयू के महिला कॉलेजों से एबीवीपी को अच्छा समर्थन मिल रहा है। एबीवीपी ने महिला सशक्तीकरण के लिए अच्छा काम किया है।