चीन के शान्शी प्रांत से एक दिल छू लेने वाली कहानी सामने आई है। वांग शियाओ नामक एक युवती को किडनी की गंभीर बीमारी थी। इलाज के लिए उसने सोशल मीडिया पर मदद मांगी। यू झेनपिंग नामक एक कैंसर पीड़ित ने उसकी मदद की और दोनों ने शादी कर ली। धीरे-धीरे, उनका रिश्ता प्यार में बदल गया। उनकी कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जो मानवता और त्याग का प्रतीक है।
चीन के उत्तर-पश्चिम हिस्से से एक इमोशनल कहानी सामने आई है। शान्शी प्रांत की 24 साल की एक युवती वांग शियाओ को गंभीर किडनी फेल्योर की बीमारी थी। डॉक्टरों ने कहा था कि अगर किडनी ट्रांसप्लांट नहीं हुआ तो वह एक साल से ज्यादा नहीं जी पाएगी।
परिवार में कोई भी मैचिंग डोनर नहीं मिलने पर वांग ने सोशल मीडिया पर पर एक अनोखा एड डाला। उसने एक कैंसर मरीजो में ग्रुप में लिखा,” मैं शादी के बाद आपकी पूरी देखभाल करूंगी, कृपा मुझे माफ करें मैं बस जिंदा रहा चाहती हूं।”
कैसे दोनों मिले?
वांग के इस संदेश का जवाब 27 साल के यू झेनपिंग ने दिया जो खुद कैंसर से जूझ रहे थे और जिनका ब्लड ग्रुप वांग से मेल खाता था। दोनों ने 2013 में शांति से शादी कर ली, यह तय करते हुए कि यू की मौत के बाद उनकी किडनी वांग को दान की जाएगी।
लेकिन समय के साथ यह समझौता सिर्फ एक इलाज का तरीका नहीं रहा वांग ने यू का इलाज करवाने में मदद की, हाथ से फूलों के गुलदस्ते बेचकर पैसे जुटाए और उनकी देखभाल की। दोनों के बीच धीरे-धीरे सच्चा प्रेम जन्म लेने लगा।
क्यों चर्चा में आई ये कहानी
2014 के मध्य तक यू की हालत सुधरे लगी और वांग की डायलिसिस की जरूरत भी कम हो गई। इसी दौरान यू ने वांग को प्यार से शादी करने का प्रस्ताव दिया। अब यह रिश्ता इलाज का नहीं, बल्कि दिलों का मेल बन चुका था।
उनकी कहानी अब सोशल मीडिया पर फिर से चर्चा में है। लोग इसे मानवता, उम्मीद और त्याग का उदाहरण बता रहे हैं। साथ ही यह मामला अंगदान, नैतिकता और रिश्तों के असली अर्थ पर भी गहरी सोच छोड़ता है।





