लखनऊ में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में एक रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर जहर खाकर पहुंचा। उसने गाजियाबाद के विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाए। फौजी ने बताया कि विधायक ने षड्यंत्रकारी कलश यात्रा निकाली थी और नंदू टैक्स के रूप में करोड़ों रुपये कमाए जा रहे हैं। उसने मुख्यमंत्री से सुरक्षा की गुहार लगाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लखनऊ। मुख्यमंत्री जनता दरबार में गुरुवार को एक सेवानिवृत्त फौजी, 65 वर्षीय सतबीर गुर्जर जहर खाकर पहुंच गया। वहां पहुंचते ही उसने कहा कि वह जहर खाकर आया है। यह सुनते ही अफरातफरी मच गई।
पुलिसकर्मियों ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत पहले से बेहतर है। पुलिस को उसने बताया कि वह गाजियाबाद के विधायक नंदकिशोर गुर्जर से परेशान है। उनकी शिकायत लेकर वह मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पहुंचा था।
पुलिस पूछताछ में सतबीर ने बताया कि वह गाजियाबाद के लोनी के सिरौली निवासी है। वह गाजियाबाद के विधायक नंद किशोर गुर्जर की शिकायत लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचा था।
उसके पास से एक शिकायती पत्र भी मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि वह करगिल योद्धा और सेवानिवृत्त फौजी है। मुख्यमंत्री योगी उसके इष्ट देव (भगवान रूप) हैं। वह बताना चाहता है कि लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उसने मुख्यमंत्री योगी से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
उसने बताया कि विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अप्रैल माह में एक षड्यंत्रकारी कलश यात्रा निकाली थी। इसका उद्देश्य भाजपा सरकार को गिराना था। उस षड्यंत्र की जानकारी उसे हो गई थी, तो उसने इसकी साजिश का इंटरनेट मीडिया (फेसबुक, एक्स समेत अन्य प्लेटफार्म) पर राजफाश किया था।
इसके बाद से नंद किशोर गुर्जर उस पर एक ऐसा अत्याचार कर रहा है, जैसे अतीक अहमद और मुख्तार अहमद अपने विरोधियों के खिलाफ करते हैं। यही नहीं, लोनी विधानसभा क्षेत्र में ‘नंदू टैक्स’ के रूप में करोड़ों रुपये प्रतिदिन कमाए जा रहे हैं।
इस पैसे का कुछ भाग शीर्ष पर बैठे इसके अधिवक्ताओं को भी जाता है। ऐसे में उसकी मांग है कि उसकी रक्षा की जाए। वह बहुत बड़े खतरे में है।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विकास जायसवाल ने बताया कि सतबीर गुर्जर से बातचीत के बाद संबंधित थाने की पुलिस को बुलाया गया है। जो आरोप उसने लगाए हैं, उन्हें संबंधित जिले के एसपी को अवगत कराया गया है।
साथ ही पता लगाया जा रहा है कि किसी के कहने पर तो उसने ऐसा नहीं किया है। अगर ऐसा है तो दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।