सीएमओ ने गांव में एम्स गोरखपुर और चरगांवा पीएचसी के संयुक्त स्वास्थ्य शिविर में दी जानकारी
गोरखपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर और चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की तरफ से जंगल तिकोनिया नंबर तीन (वनटांगिया गांव) में बुधवार को स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे जनपद के सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि गांव में शीघ्र ही एक स्वास्थ्य उपकेंद्र खोला जाएगा। आगे चल कर इस उपकेंद्र को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में भी अपग्रेड किया जाएगा। सीएमओ ने कहा कि किराये का भवन मिलते ही गांव में स्वास्थ्य उपकेंद्र शुरू करा दिया जाएगा। गांव के प्रधान ने केंद्र के लिए किराये का भवन दिलवाने में मदद का आश्वासन दिया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र खुलने से वनटांगिया समुदाय को अपने नजदीक ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मिलने लगेंगी। केंद्र के जरिये बीमारियों की स्क्रिनिंग, दवाएं, नियमित टीकाकरण और अन्य कई सेवाएं वनटांगिया समुदाय को मिलेंगी। गांव में उपकेंद्र खुल जाने से एम्स गोरखपुर और स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय समय पर लगाए जाने वाले स्वास्थ्य शिविर को भी मजबूती मिलेगी।
सीएमओ ने बताया कि एम्स गोरखपुर के साथ मिल कर स्वास्थ्य सेवाओं को समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में वनटांगिया गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। शिविर के जरिये जहां एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श मिला वहीं जांच व दवाओं में चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने सहयोग दिया। शिविर में स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के दौरान वनटांगिया गांव के मुखिया रामगनेश द्वारा मिनी स्वास्थ्य केंद्र की मांग की गई थी।
इस अवसर पर एम्स के चिकित्सक डॉ आनंद मोहन दीक्षित, डॉ प्रदीप खारया, डॉ यू वैंकेटश, डॉ लालमणि सिंह, डॉ दिव्यांशु कुमार, डॉ फैसल अंसारी, डॉ सुरभि नेगी और डॉ घोष ने सेवाएं दीं। शिविर में डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय कुशवाहा, एचईओ मनोज कुमार, बीसीपीएम चंद्रशेखर यादव, अजीत रमन और सीएचओ यशवंत सिंह मौजूद रहे।
लोगों को किया गया जागरूक
शिविर के माध्यम से वनटांगियां गांव में संदेश दिया गया कि किसी भी प्रकार का बुखार होने पर चिकित्सक से ही इलाज कराएं। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर हर प्रकार के बुखार के जांच और इलाज की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है। बुखार के रोगी सरकारी अस्पताल जाने के लिए 108 नंबर एम्बुलेंस का इस्तेमाल कर सकते हैं। गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए भी सभी अस्पतालों पर निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती हैं। वह अस्पताल जाने और वापस घर लौटने के लिए 102 नंबर एम्बुलेंस की सुविधा का इस्तेमाल कर सकती हैं।