एक पांच साल की मासूम बच्ची को हवस का शिकार बनाया गया। घटना बिहार के रोहतास की है। दरिंदे के चंगुल से जब बच्ची मुक्त हुई तो खून से लथपथ चिखते चिल्लाते अपने घर पहुंची। दर्द से कराहती बच्ची को स्वजन तत्काल कोचस थाना लेकर पहुंचे जहां पुलिस की निगरानी में बच्ची को इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया।
थाना क्षेत्र के एक गांव में बहसी दरिंदे ने बुधवार की रात एक पांच साल की मासूम बच्ची को हवस का शिकार बना हैवानियत की सारी हदें पार कर दी है। सीएचसी में लाई गई खून से लथपथ बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सासाराम सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
खून से लथपथ मिली बच्ची
स्वजनों के अनुसार दरिंदे के चंगुल से जब बच्ची मुक्त हुई, तो खून से लथपथ चिखते चिल्लाते अपने घर पहुंची।और घटना की जानकारी स्वजनों को दी। दर्द से कराहती बच्ची को स्वजन तत्काल कोचस थाना लेकर पहुंचे जहां पुलिस की निगरानी में बच्ची को इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने हालत गंभीर देख प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया है।
पीड़िता के भाई के बयान पर प्राथमिकी
थानाध्यक्ष रंजीत कुमार सिन्हा के अनुसार घटना के बाद बच्ची पूरी तरह सहमी हुई थी और स्पष्ट कुछ भी नहीं बता पा रही थी। फिलहाल, उसे बेहतर इलाज व मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। पीड़िता के भाई के बयान पर प्राथमिकी कर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच जांच शुरू कर दी गई है। दोषी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भाई से अलग हुई, दरिंदे की पड़ी बुरी नजर
बताया जाता है कि गांव में आई बारात में बच्ची अपने से बडे़ भाई के साथ पंडाल में खाने खाने गई थी। खाने के दौरान वह अपने भाई से अलग हो गई थी। इसी बीच दरिंदा बच्ची को वहां से उठा लिया व गांव से बाहर सुनसान जगह पर ले जाकर उसे हवस का शिकार बनाया।
चीखने की आवाज सुनी तो चला पता
पीड़िता के पिता ने बताया कि बच्ची के चीखने चिल्लाने व भागते हुए आने की सूचना पर जब घर से बाहर निकले तो बच्ची खून से लथपथ दर्द से कराह रही थी। घटनास्थल की तरफ गया, तब तक दुराचारी वहां से फरार हो गया था। सदर अस्पताल के डीएस डा. बीके पुष्कर ने बताया कि चिकित्सकों की देखरेख में बच्ची का इलाज चल रहा है। उसके स्वास्थ्य में पहले से काफी सुधार हुआ है।