घायल बच्चे के परिजनों ने एसपी से लगाई प्रशासनिक सहयोग और न्याय की गुहार
महोबा । ग्राम कनौरा में घर के बाहर खेल रहे सात वर्षीय बच्चे ने दूसरे बच्चे को अपने साथ खेलने से मना करने पर उसके सिर पर डंडा मार दिया, जिससे उसकी एक आंख की रोशनी चली गई। पिता द्वारा बच्चे का काफी उपचार कराया लेकिन रोशनी न आने पर मासूम के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। एसपी द्वारा मामले को गंभीरता से लेने के बाद महोबकंठ थाना पुलिस ने बच्चे का मेडिकल परीक्षण कराया, लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट कार्रवाई सामने नहीं आई है।
महोबकंठ थाना क्षेत्र के ग्राम कनौरा निवासी मनोज अहिरवार ने बताया कि 29 मई को उसका सात वर्षीय पुत्र नरसिंह घर के दरवाजे के सामने गांव के बच्चों के साथ खेल रहा था। तभी गांव का एक बच्चा वीरु ;10) वहां पहुंचा और खेलने की जिद करने लगा, जिस पर नरसिंह ने उसे खिलाने से मना कर दिया। वीरु यह बात सुनकर गुस्से में आ गया और पास में पड़े डंडे से नरसिंह के सिर पर प्रहार कर दिय, जिससे उसकी एक आंख बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के बाद घायल को तत्काल उपचार के लिए सीएचसी पहुंचाया गया, जहां पर उपचार के बाद कोई सुधार न होने से जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया, जहां डाक्टरांे ने उसे बाहर ले जाने की बात कही।
घायल बच्चे के परिजन पहले चित्रकूट के नेत्र चिकित्सालय ले गया और फिर दिल्ली के एम्स तक पहुंचे। लाखों रुपये खर्च कर, कई हफ्तों तक चले इलाज के बावजूद नरसिंह की आंख की रोशनी वापस नहीं आ सकी और विवश होकर परिजन बच्चे को लेकर वापस लौट आए। परिजनों का आरोप है कि घटना के तुरंत बाद स्थानीय थाना पुलिस को शिकायत दी गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिस पर एसपी से गुहार लगाते हुए आरोपी बालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही प्रशासन से आर्थिक मदद और पुनर्वास की भी गुहार लगाई है। परिवार का कहना है कि इलाज में उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है और अब उन्हें प्रशासनिक सहयोग की ज़रूरत है। एसपी के निर्देश पर महोबकंठ थाना पुलिस ने बच्चे का मेडिकल परीक्षण करवाया।