मास्को। 15 जुलाई को संसद की असाधारण बैठक बुलाने पर निर्णय लेने के लिए रूसी संसद की आयोजन परिषद की सोमवार को बैठक हुई। यह बैठक किस लिए बुलाई गई और किन मुद्दों पर चर्चा हुई, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। संसद के निचले सदन ने कहा कि यह बैठक इसलिए बुलाई गई थी, ताकि जरूरी मुद्दों का तत्काल समाधान किया जा सके और सरकारी पहल पर विचार हो सके। बता दे, परिषद की बैठक में शुरुआत में कोई एजेंडा नहीं था।
खारकीव में रूसी हमले में तीन लोगों की मौत
दूसरी तरफ, उत्तर पूर्वी यूक्रेन के खारकीव शहर पर सोमवार को रूसी सेना के हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि 22 लोग घायल घायल हो गए। क्षेत्रीय गवर्नर ने यह जानकारी दी।
पुतिन ने पश्चिमी देशों को दी चेतावनी
यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि अगर पश्चिम के परमाणु शक्ति संपन्न देशों ने मास्को के खिलाफ कोई कार्रवाई की या साचिश रची तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
पुतिन ने संसद के जरिए रूसी योजना की रूपरेखा तय की और अपने देश के लोगों का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि पश्चिमी देश रूस को घेर कर हराना चाहते हैं और उसकी छवि को धूमिल करना चाहते हैं।
चीन पर अमेरिका के बढ़ते दबाव के बीच रूस ने यूक्रेन युद्ध को और तेज करने की चेतावनी दी है।
अमेरिका विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा करने की अपील की है।
लिथुआनिया ने रूस पर लगे प्रतिबंधों का किया विस्तार
बता दें, रूस के खिलाफ लिथुआनिया ने सोमवार को रूस के कैलिनिनग्राद के बाल्टिक एक्सक्लेव में अपने क्षेत्र के माध्यम से किए जाने व्यापार पर प्रतिबंधों का विस्तार किया। लिथुआनियाई सीमा शुल्क के प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार सुबह से प्रतिबंधित किए गए अतिरिक्त सामानों में कंक्रीट, लकड़ी, शराब और शराब आधारित औद्योगिक रसायन शामिल है।