अवधनामा संवाददाता
फतेहपुर बाराबंकी। सोमवार की भोर एक खबर ने सबको हैरत में डाल दिया। कस्बे में तड़के तीन बजे एक तीन मंजिला इमारत धराशायी हो गई। हादसे में मलबे के नीचे करीब 15 लोग दब गए, बचाव होने तक दो की मौत हो गई। हादसे की खबर फैलते ही राहत टीम के साथ आला अफसर मौके पर पहुंच गए। निकाले गए घायलों को इलाज के लिए भेजा गया। अब तक 10 लोगों को मलबे के नीचे से निकाला गया है। कुछ लोगों के फंसे होने की आंशका है। एनडीआरएफ की टीम उनकी तलाश में जुटी रही।
जानकारी के अनुसार यह हादसा नगर पंचायत कार्यालय के सामने मोहल्ला काजीपुर वार्ड दो में हुआ। यहां हाशिम नाम के शख्स का मकान तड़के करीब तीन बजे अचानक पूरी तरह से ढह गया।तेज आवाज सुन लोग बाहर निकले, नजारा देख मोहल्ले में हड़कंप मच गया। हादसे की सूचना मिलते ही तमाम अधिकारी फोर्स और एसडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। वहां रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दो घंटों में मलबे के नीचे दबे कई लोगों को बाहर निकाला गया। इन्हें जिला अस्पताल भेजा गया जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। मरने वालों में हाशिम की 22 वर्षीय बेटी रोशनी, इस्लामुद्दीन का 25 वर्षीय का बेटा हकीमुद्दीन शामिल है । इस्लामुद्दीन, हाशिम के पड़ोसी हैं जिनका परिवार घर के बाहर सो रहा था। इमारत ढहने के वक्त ये लोग भी मलबे की चपेट में आ गए। घायलों में हाशिन की पत्नी शकीला (55), पुत्री जैनब ( 10 ), महक (12), पुत्र समीर (18), सलमान (25), सुलतान (28), जफरुल हसन (35) पुत्र इस्लामुद्दीन और उसकी मां उम्मे कुलसुम (60) शामिल हैं।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने कई लोगों को रेस्क्यू किया वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। आठ लोगों को घायलावस्था में जिला अस्पताल भेजा गया था जहां से डॉक्टरों उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। इमारत क्यों और कैसे गिर गई इसकी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। एसपी दिनेश सिंह ने बताया कि हादसा भोर में करीब तीन बजे हुआ।12 लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया था। उनमें से दो की मृत्यु हो गई। गंभीर रूप से घायल अन्य लोगों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर भेजा गया है।