अवधनामा संवाददाता
गोण्डा। सोमवार को वन स्टॉप सेंटर जिला अस्पताल का निरीक्षण जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने किया। निरीक्षण के दौरान वन स्टाप सेंटर केस वर्कर के पद पर कार्यरत श्रीमती निधि त्रिपाठी विगत 3 दिनों से बिना किसी सूचना/ प्रार्थना पत्र के अनुपस्थित पाई गई। जिस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि उपरोक्त कर्मचारी का तीन दिवस का वेतन रोक दिया जाए।
इसके साथ ही वन स्टॉप सेंटर में आवासीय महिलाओं के कक्ष का निरीक्षण किया गया, महिलाओं के कक्ष के बाहर गेट पर ताला लगा हुआ था। यह स्थिति उचित नहीं है वन स्टॉप सेंटर में पीड़ित महिलाएं आवासीय होती हैं। इसलिए उनके साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार किया जाना अपेक्षित है। निरीक्षण के समय वन स्टॉप सेंटर में तीन महिलाएं आवासीय पाई गई वन स्टॉप सेंटर में तैनात महिला आरक्षी द्वारा अवगत कराया गया कि 5 महिलाएं बयान एवं मेडिकल के लिए ले जाई गई हैं। महिलाओं के शयन कक्ष में एक बेड पर बेडशीट नहीं थी जबकि दूसरे बेड पर रखे हुए तकिए पर कवर नहीं था इस संबंध में जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी को सख्त निर्देश दिए हैं कि यहां की व्यवस्थाओं एवं साफ सफाई में तत्काल सुधार लाया जाए अन्यथा संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आदित्य वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जय गोविंद, जिला प्रोबेशन अधिकारी सहित संबंधित विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।