अवधनामा संवाददाता
जलालपुर। नगपुर ग्राम पंचायत के मुस्तफाबाद मजरे में अंजुमन जाफरिया कदीम के बैनर तले पहली सफ़र का अमारी का जुलूस शनिवार को प्रातः7 बजे मौलाना सैयद कुमैल अब्बास रिजवी की मजलिस के बाद बरामद हुआ। मजलिस के बाद अलम,जुलजिनाह व ऊंटों पर सजी अलमारियां बरामद हुई तो जंग-ए-कर्बलआ की खूनी दास्तां जीवंत हो उठीं।जंग-ए-कर्बला के बाद यजीदी फौज की हिरासत में मासूम बच्चों व विधवाओं के ज़ुल्म जैसे जुलूस में दिखे मंजर से अजादारो के आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे।जुलूस के दौरान घोसी से पहुंचीं अंजुमन मासूमिया समेत दर्जनों अंजुमनों ने नौहा ख्वानी के माध्यम से जंग कर्बला का मंज़र पेश किया। जुलूस के दौरान उलमा-ए-कराम ने तकरीरों में जंग कर्बला के बाद हुसैनी कुनबा पर यजीदी फौज द्वारा दी गई यातनाओं का वर्णन किया। जुलूस का समापन मौलाना सैयद कासिम अब्बास रिज़वी जौनपुर की तकरीर के साथ हुआ। अंजुमन के सचिव हसन अब्बास व अध्यक्ष इब्ने अली ने जुलूस में प्रतिभाग करने वाली अंजुमनो , उलमा-ए-कराम व अजादारो का शुक्रिया अदा किया। संचालन मास्टर कुमैल अब्बास ने किया।