कर्मियों के विरुद्ध एफआईआर वापस लेने का सीएमओ ने एमओवाईसी को दिया निर्देश

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अवधनामा संवाददाता

सीएचसी रामकोला में नौकरी के नाम पर लाखों रुपए वसूली को लेकर हुआ था कर्मियों से विवाद
कुशीनगर। रामकोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विगत एक माह से सुर्खियों में है। अस्पताल परिसर में हुए विवाद के बाद एमओवाईसी के द्वारा स्थानीय थाना में आधा दर्जन नामजद व कुछ अज्ञात के विरुद्ध तहरीर दी गई है। जिसमे रामकोला पुलिस चौबीस घंटे में तीन को गिरफ्तार कर लिया। मामला तब भड़का जब एमओवाईसी ने एक को थाने से छुड़ा दिया। मंगलवार को जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि बलराम ने रामकोला सीएचसी पर पहुंच धरना प्रदर्शन करते हुए सीएचसी पर व्याप्त भ्रष्टाचार के तत्काल जांच की मांग पर अड़ गए।
जानकारी के अनुसार विगत एक माह से नौकरी के नाम पर लाखों की वसूली के मामले में हुए विवाद के बाद रामकोला सरकारी अस्पताल चर्चा में बना हुआ है। बवाल के दौरान अस्पताल के प्रभारी डॉ विश्वकर्मा ने अस्पताल में अपने संरक्षण में रखे उन प्राइवेट कर्मियों के छः नामजद व कुछ अज्ञात के नाम से अवैध प्रैक्टिस और जनता से अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए रामकोला थाने में तहरीर दे दी। प्रभारी के द्वारा दी गई तहरीर में गंभीर आरोप के आधार पर पुलिस सोमवार को दो व मंगलवार की सुबह एक को गिरफ्तार कर ले गई। ऐसे में उन प्राइवेट कर्मियों के परिजन जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि बलराम राव से मिले तो श्री राव फोन से सीएमओ से बात किए लेकिन बात नही बनी तो वे रामकोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए और सीएचसी पर व्याप्त भ्रष्टाचार व अनियमितता की जांच की मांग पर अड़े रहे। कुछ ही देर में एसीएमओ व सीएमओ पहुंच गए। परिसर में मौजूद बीमार व तीमारदार की जांच कर रहे अधिकारियों से आप बीती अनियमितताएं जुबानी हो गईं ऐसे में तैनात प्रभारी व सहयोगी डॉक्टर्स को जवाब देते नही बन रहे थे। जांचोपरांत सीएमओ ने चिकित्सा प्रभारी डॉ विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर्मियों के विरुद्ध दी गई तहरीर वापस लेने व और दोषी डाक्टर के विरुद्ध करवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
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