अवधनामा संवाददाता
रहगीर को बदबू ने जीना किया मुहाल
आजमगढ़। आदर्श नगर पालिका का दर्जा प्राप्त करने की चाह रखने वाली आजमगढ़ नगरपालिका अपनी कार्यप्रणाली से हमेशा चर्चा में रहती आई है। आज भी नगरपालिका की कार्यशैली से लोग परेशान हाल हैं। चाहे बारिश के मौसम में सड़कों तथा शहर के निचले इलाकों में जलजमाव या फिर दिन के उजाले में खंभो पर जलती स्ट्रीट लाइटें हों या फिर शहर की बजबजाती नालियां जिधर नजर डालेंगे नगरपालिका की वजह से कोई न कोई समस्या मुंह बाए नजर आएंगी। ये सब तो नपा प्रशासन के लिए रोजमर्रा की बात हो चली है। आज हम आपका ध्यान आकृष्ट करा रहे हैं नपा प्रशासन द्वारा पुराने जेल परिसर में अवैध तरीके से बनाए गए डंपिंग ग्राउंड की। इस ग्राउंड पर एकत्र किए गए कूड़े के ढेर से उठ रही दुर्गंध ने शहरवासियों का जीना हराम कर रखा है। शहर क्षेत्र से प्रतिदिन लगभग 15 टन कचरा उठाकर डंपिंग ग्राउंड पर एकत्र किया जाता है। जबकि इसके लिए शहर से लगभग आठ किलोमीटर दूर मझगावां गांव में स्थान चिन्हित कर वहां कूड़ा रखा जाता है। बरसात के मौसम में वहां रास्ते पर हुए जलजमाव के चलते कचरों से भरे वाहनों को वहां पहुंच पाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं यह कहना है नगरपालिका के जिम्मेदारों का लेकिन सच्चाई इसके विपरीत बताई जा रही है। खैर सच चाहे जो हो यहां शहर के बीच जेल परिसर के पास बने डंपिंग ग्राउंड पर जमा कूड़े के ढेर से उठ रही दुर्गंध के चलते उस रास्ते से गुजरते वक्त लोग सांस रोक कर आगे बढ़ने को मजबूर हो गए हैं। बदबू के कारण पेट में मौजूद भोजन मुंह के रास्ते बाहर हो जा रहा है। इस गंभीर समस्या पर जिला प्रशासन की नजर नहीं पड़ रही है जबकि तमाम प्रशासनिक अधिकारी उस रास्ते से प्रतिदिन गुजरते हैं। इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि शीशा बंद कर इधर से गुजरने वाले अधिकारियों से जन समस्या से क्या मतलब जब यह दुर्गंध उन तक पहुंच पाती तो शायद इस गंभीर विषय पर कुछ काम होता। आसपास के लोगों का कहना है कि यदि इस मामले का निदान नहीं होता है तो वह दिन दूर नहीं जब शहर की एक बड़ी आबादी कूड़े के ढेर की वजह से संक्रामक रोग की चपेट में आ सकती है। शहर के बुद्धिजीवी वर्ग ने इस मामले पर जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है।