25 हजार का इनामी पूर्व एआरटीओ साथी गिरफ्तार

0
175

अवधनामा संवाददाता

 एडिशनल एसपी नक्सल ने प्रेस कांफ्रेस कर दी जानकारी

 सोनभद्र जिलों के थानों में बंद वाहनों को छुड़ाने का मामला

सोनभद्र। थाने में बंद वाहनों को फर्जी रिलीज ऑर्डर पर छुड़ाने के आरोपी सोनभद्र जिले के तत्कालीन एआरटीओ (अब सेवानिवृत्त) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गोड़ा घोषित हो चुके पूर्व एआरटीओ पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा था।
वही
थाने में बंद वाहनों को फर्जी रिलीज ऑर्डर पर छुड़ाने के मामले में पुलिस ने सोनभद्र जिले के तत्कालीन एआरटीओ (अब सेवानिवृत्त) और उसके शरणदाता को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि एआरटीओ की मिलीभगत से ही वाहनों को छुड़ाने के लिए कार्यालय से फर्जी रिलीज ऑर्डर जारी किए गए थे। बाद में खुद को फंसता देख उसने विभिन्न थानों में 57 वाहन स्वामियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। छानबीन में सच्चाई सामने आने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। भगोड़ा घोषित हो चुके पीएस राय पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा था।

पुलिस लाइन सभागार में सोमवार को प्रेस वार्ता में एएसपी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि थानों में निरुद्ध वाहनों के निस्तारण के संबंध में शासन के निर्देशों के तहत आरटीओ की ओर से बार-बार जारी हुए निर्देशों के क्रम में तत्कालीन एआरटीओ प्रवीण शंकर राय (पीएस राय) ने पिछले वर्ष अपनी सेवानिवृत्ति से ठीक पहले म्योरपुर, बभनी, चोपन, हाथीनाला व विंढमगंज थाने में 57 वाहन स्वामियों पर मुकदमा दर्ज कराया था।
बरेली में फर्जी पुलिसवाला गिरफ्तार: रात में ड्यूटी की बात कहकर निकलता था घर से, पोल खुली तो पत्नी रह गई दंग
पुलिस की वर्दी पहन करता था वसूली, बरेली में प्रयागराज का युवक गिरफ्तार
संगठित गिरोह बनाकर पूरे खेल को अंजाम दिया
आरोप था कि वाहन स्वामियों ने एआरटीओ कार्यालय का फर्जी रिलीज ऑर्डर तैयार कर बिना चालान राशि जमा किए ही थाने में बंद वाहनों को छुड़ा लिया। केस दर्ज कर पुलिस ने विवेचना शुरू की तो पता चला कि तत्कालीन एआरटीओ प्रवीण शंकर राय व प्रवर्तन लिपिक विनोद श्रीवास्तव ने कार्यालय में प्राइवेट रूप से काम करने वाले व्यक्तियों, दलालों व वाहन पासरों का संगठित गिरोह बनाकर पूरे खेल को अंजाम दिया है।

वाहन स्वामियों से निर्धारित राशि लेकर उन्हें फर्जी रिलीज ऑर्डर प्रदान कर देते थे, जो असली जैसा ही दिखता था। विभागीय जांच में खुद को फंसता देख पीएस राय ने वाहन स्वामियों पर मुकदमा दर्ज करा दिया। छानबीन में सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने उस पर शिकंजा कसना शुरू किया तो वह फरार हो गया। कोर्ट के आदेश पर उसके विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई की गई थी। बावजूद कहीं पता न चलने पर पिछले माह पुलिस ने उसे फरार घोषित कर दिया था। पुलिस, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम उसकी तलाश में लगी थी।
वाराणसी स्थित फार्म हाउस से हुई गिरफ्तारी
शनिवार रात मुखबिर की सूचना पर संयुक्त टीम ने वाराणसी के मोहनसराय स्थित फार्म हाउस से मुख्य आरोपी पीएस राय निवासी सोहांव थाना नरही, जिला बलिया व उसके शरणदाता सह चालक त्रिलोकी नाथ पांडेय निवासी कल्यानपुर थाना सारनाथ को गिरफ्तार किया। तलाशी में उनके पास से 1.40 लाख रुपये नकद, पांच मोबाइल फोन, एक राउटर व एक कार बरामद हुई।
पूछताछ के बाद दोनों को जालसाजी, फर्जी अभिलेख तैयार करने, आपराधिक साजिश रचने सहित अन्य धाराओं में जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार करने वाली टीम में म्योरपुर एसओ लक्ष्मण पर्वत, सर्विलांस प्रभारी राजेश सिंह, एसओजी प्रभारी शेषनाथ पाल, एसआई बृजेश पांडेय आदि शामिल रहे।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here