अवधनामा संवाददाता
जांच में लीपा-पोती पर ग्रामीण अधिकारियों को बनाया बंधक
जांच टीम ने मौके पर ही काम नही होने का बनाया रिपोर्ट
कसया, कुशीनगर। टेकुआटार ड्रेन फिर एक बार चर्चा में आयी है। बाढ़ खण्ड के द्वरा ड्रेन पर बिन कार्य कराए भुगतान करने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने कमेटी गठित कर जांच के लिए निर्देशित किया था। सोमवार को जांच टीम जब मौके पर पहुंची तो दंग रह गयी और कार्य नही कराए जाने की रिपोर्ट भेज दी।
बहुचर्चित टेकुआटार ड्रेन फिर एक बार चर्चा में आ गई है।बढ़खण्ड ने मौसम का मिजाज देख कागज में ही ड्रेन की सफाई कर भुगतान कर लिया है। जबकि मौके पर ड्रेन झाङ-झंखाड़ से पटी हुई है। ऐसे में मोके पर पहुंची टीम के सदस्य क्रमशः सिंचाई खण्ड कसया के जेई नीरज गुप्ता, ज्वाइंट बीडीओ राकेश कुमार व गन्ना विभाग के सतेंद्र मणि ने ड्रेन के कार्य की जांच के बाद ड्रेन से सटे मजरे सिहोरवा टोला, जमुनिया, बाबुटोला, अंधियारा टोला आदि गांवों के लोगों से भी कार्य कराये जाने के बारे में पूछ ताछ की ।ऐसे में ग्रामीणों की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि बलराम राव ने टीम के साथ साथ जांच में सहयोग किये तथा ग्रामीणों से हस्ताक्षर करावाया तथा श्री राव ने टीम के सदस्यों से मौके पर ही जांच रिपोर्ट बनाने के लिए आग्रह किया तो टीम के सदस्य नही माने। ग्रामीण भी बलराम राव के समर्थन में अड़ गए और जाँच टीम को बंधक बना लिए। टीम के बरिष्ठ सदस्य ज्वाइंट बीडीओ कसया ने जिला पंचायत सदस्य से एसडीएम कसया की मोबाइब पर बात कराया तो मौके पर ही रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने पर बात और जांच टीम मुक्त हुई। ग्रामीणों ने दोषियों के विरुद्ध एफआईआर कर भुगतान किये गए धन के रिकवरी की मांग की है।