अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर खीरी- प्रदेश के अपर मुख्य सचिव पशुधन एवं दुग्ध विकास डा. रजनीश दुबे जनपद खीरी पहुंचे, उनके जनपद आगमन पर प्रभारी डीएम अनिल कुमार सिंह ने पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया।कलेक्ट्रेट स्थित लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे ने डीएम अनिल कुमार सिंह की मौजूदगी में सीवीओ, पशुपालन विभाग के फील्ड के कार्यरत पशु चिकित्सा अधिकारियों संग गो आश्रय प्रबंधन, अति हिमीकृत वीर्य उत्पादन केंद्र मजरा की व्यवस्थाओं की संबंध में जरूरी बैठक की। एसीएस डॉ रजनीश दुबे ने मुख्यमंत्री सहभागिता योजना की समीक्षा की। निर्देश दिए कि समयबद्धता से द्विस्तरीय सत्यापन कराकर पोर्टल पर फीड कराने के साथ ही अपात्र व्यक्तियों की सूची सीडीओ एवं सीवीओ के संयुक्त हस्ताक्षर से 30 जून तक अनिवार्य रूप से भेजे। जिले में गो आश्रय स्थल प्रबंधन के लिए तहसील स्तरीय कंट्रोल रूम टोल फ्री नंबर के साथ शुरू कराए। तहसील स्तरीय टास्क फोर्स की बैठकों का न केवल नियमित आयोजन हो बल्कि इसके जरिए प्रभावी अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाए।उन्होंने कहा कि कॉउ प्रोटक्शन फंड में स्थानीय जन सहयोग के अलावा चीनी मिलों के सहयोग लिया जाए। प्राप्त धनराशि का सदुपयोग गौशाला में पेयजल, शेड सहित आदि किए जाने के निर्देश दिए। एसीएस के पूछने पर सीवीओ ने बताया कि जिले में पशुओं से सम्बंधित टेलीमेडिसिन एवं आकस्मिक उपचार के लिए 12 मोबाइल वेटनरी यूनिट है। जिनमें 10 क्रियाशील हैं और दो स्टाफ के अभाव में अक्रियाशील खड़ी हैं। इसपर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर की। तत्काल स्टाफ की व्यवस्था कर उन्हें संचालित कराने के निर्देश दिए। डीपीआरओ, समस्त बीडीओ बैठक कर विभिन्न ग्राम पंचायतों की वित्तीय पुलिंग बढ़ाए।एसीएस ने मजरा फार्म में उत्पादकता बढ़ाने सहित कम से कम 30 एकड़ भूमि में नेपियर घास उगाने के निर्देश दिए। मजरा फार्म में फेस टू के तहत निर्माणाधीन प्रयोगशाला को 31 जुलाई तक सिविल वर्क प्रत्येक दशा में पूरा करने के निर्देश दिए। वही फेज वन को 15 अगस्त तक मशीनरी सहित क्रियाशील किया जाए। उन्होंने इस संबंध में संयुक्त निदेशक मजरा को प्रभावी अनुश्रवण करने की चेतावनी दी।प्रभारी डीएम ने निराश्रित गोवंश से संबंधित अद्यतन स्थिति एवं विभिन्न योजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति से अपर मुख्य सचिव को अवगत कराया और आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन किया जायेगा। बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सोमदेव सहित फील्ड में तैनात जिले के सभी पशु चिकित्सा अधिकारी शामिल हुए।