अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर। रामकोला क्षेत्र के उर्दहां गांव में जो हृदयविदारक घटना घाटी है उससे हर कोई मर्माहत है। सब कोई नियती को कोषते नजर आ रहे थे। एक झटके में नवमी का पूरा परिवार आंखो के सामने ही खत्म हो गया, कहकर सबकी आंखें नम हो जा रही थी। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद लाश को गांव लाया गया। एक साथ जब छः चिताएं जली तो समूचा क्षेत्र रो पड़ा। अकेला बचा नवमी अपने आप को संभाल नही पा रहा था।
बता दें कि रामकोला थाना क्षेत्र के उर्दहां निवासी नवमी घर के बाहर सो रहा था जबकि पत्नी व बच्चे अंदर झोपड़ी में सो रहे थे। बुधवार की अचानक 12:30 बजे रात में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग लगने के बाद चीख पुकार मच गई। नवमी भागकर झोपड़ी में पहुंचा मगर अंदर से बांस का दरवाजा बंद था। आग विकराल हो चुकी थी, शोर सुनकर गांव के लोग पहुंचे। सूचना पर फायर बिग्रेड की गाड़ी भी पहुंची। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक तक नवमी की पत्नी संगीता उम्र (38), अंकित (10), लक्ष्मीना (9), रीता (3), गीता (2) व बाबू (1) की जलने से मौत हो गई थी। साथ ही झोपड़ी में रखा सामान जलकर राख हो चुका था। गुरुवार दोपहर बाद शव का पोटमार्टम कराकर गांव लाया गया। सभी लाशों को नवमी ने मुखाग्नि दिया। जब एक साथ छः चिताएं जली तो सबका कलेजा कांप उठा, मानो समूचा क्षेत्र रो पड़ा। अंतिम संस्कार में रिश्तेदार समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।
गांव में पसरा सन्नाटा, नही जले चूल्हे
रामकोला के उर्दहां गांव में छः लोगों की जलकर हुई मौत के मामले में चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ था। सब कोई गमगीन नजर आ रहा था। सबकी जुबां से यही चर्चा हो रही थी। क्षण भर में हंसता खेलता परिवार हमेशा के लिए खत्म हो गया। इस हादसे के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था, लोगों के घर में चूल्हे भी नही जले। सबके दिलो दिमाग में यही घटना गूंज रहा था।