नई दिल्ली। नन के साथ दुष्कर्म के आरोपों से घिरे जालंधर के पूर्व बिशप फ्रैं को मुलक्कल ने इस्तीफा दे दिया है। पोप फ्र ांसिस ने मुलक्कल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। वह 2013-18 से जालंधर के रोमन कैथोलिक सूबा के बिशप था। अब उसे फ्रेंको बिशप एमेरिटस के नाम से जाना जाएगा।
नन से दुष्कर्म का लगा था आरोप
केरल की एक नन ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ जून 2018 में दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। मुलक्कल पर 2014 और 2016 के बीच कोट्टायम में उसके कॉन्वेंट की यात्रा के दौरान नन से कई बार दुष्कर्म करने का आरोप था। मुलक्कल जालंधर सूबा का बिशप था।
कोर्ट ने किया था बरी
बाद में मुलक्कल को जालंधर सूबा से हटा दिया गया था। 21 सितंबर 2018 को उसे गिरफ्तार किया गया था। बाद में कोट्टायम जिला अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने मुलक्कल को बरी कर दिया था।
जालंधर सूबे की भलाई के लिए…
अपोस्टोलिक ननसिएचर के बयान में कहा गया कि मुलक्कल का इस्तीफा वेटिकन द्वारा उस पर लगाए गए अनुशासनात्मक उपाय के रूप में नहीं, बल्कि जालंधर सूबे की भलाई के लिए अनुरोध किया गया था, जिसे एक नए बिशप की जरूरत है।
फ्रें को मुलक्कल ने जालंधर बिशप के पद से इस्तीफा दिया, पोप फ्रांसिस ने किया स्वीकार
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